जम्मू कश्मीर में भारत जोड़ो यात्रा का समापन: Congress (Congress) की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) का सोमवार (30 जनवरी) को समापन हो गया। समापन के बाद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (पीएम नरेंद्र मोदी), केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, आरएसएस और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल पर नफरत फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने दावा किया कि वे लोगों के दर्द को नहीं समझते हैं।
इस दौरान राहुल गांधी ने दीदी शिक्षा गांधी और पिता राजीव गांधी की हत्या के दौर को भी याद किया। उन्होंने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा का जोखिम मकसद और आम नागरिकों पर इस तरह की चिंताएं जताना है। इसके अलावा वे भारत जोड़ो यात्रा की थीम के साथ-साथ द्वेष को लेकर भी बात की और सत्ता पक्ष पर ध्यान साधा।
क्या कहा राहुल गांधी ने?
भारत जोड़ो यात्रा के समापन पर राहुल गांधी ने कहा, “मुझे पता है कि द्वेष क्या होता है, मैंने इसे देखा है। जिन्होंने इसे नहीं देखा है, उन्होंने अमित शाह और आरएसएस जैसे द्वेष का सामना किया है।
इसके अलावा, उन्होंने देहधारी धार्मिक संस्था और राजीव गांधी की दुखद हत्या को भी याद किया।
अपनी दादी और पिता को याद करते हुए राहुल गांधी ने कहा, ”मोदी, अमित शाह, अजीत डोभाल या आरएसएस जैसे नफरत फैलाने वाले ये दर्द नहीं कर सकते, लेकिन सीआरपीएफ, जम्मू-कश्मीर के लोग समझेंगे। मैं समझ सकता हूं कि सेना के सील्स के बच्चे, जम्मू-कश्मीर के पूरे के साथ क्या होता है।”
‘बुजुर्गों और पिता की मौत की सूचना फोन पर मिली’
सशस्त्र बलों और कश्मीर के आम लोगों को एक संदेश में राहुल ने बताया कि उन्हें इंद्रा और राजीव गांधी की मौत के बारे में सूचित किया गया था। उन्होंने कहा, “मुझे पता है कि सेना की सील के बच्चे, पूरे के साथ क्या हुआ जम्मू और कश्मीर यात्रा का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि ये फोन कॉल बंद हो कि किसी भी बच्चे, किसी मां के पास इस तरह के फोन न थोड़ा।” उन्होंने कहा कि इंस्पिरेशनल गांधी एंड राजीव गांधी की डेथ की सूचना टेलीफोन कॉल पर मिली थी।