सबसे पुरानी मछली की खोपड़ी: इंग्लैंड का एक मील का पत्थर अमेरिकी और ब्रिटेन के बांध ने 319 मिलियन साल पुरानी मछली की खोपड़ी की खोज की है। इस पुरानी मछली की खोपड़ी को अवलोकन करके जूतों ने अच्छे तरीके से प्रिज़र्व्ड वर्टिब्रेट मस्तिष्क को खोज निकाला। ये पेसेंटिया मछली का एकमात्र ज्ञात नमूना है, इसलिए अमेरिका में मिशिगन विश्वविद्यालय और यूके में बर्मिंघम विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने इसकी खोपड़ी के देखें और इसकी आंतरिक जांच करने के लिए कंप्यूटेड टोमोग्राफी (सीटी) धारणा के तकनीक का उपयोग किया।
वारिब्रेट ब्रेन के अनुवांशिकी
कंप्यूटेड टोमोग्राफी (सीटी) प्राप्त करने की तकनीक का उपयोग करने के बाद वैज्ञानिकों ने सीटी स्कैन में अज्ञात ब्लॉब देखा, जिसमें वैज्ञानिकों ने वर्टिब्रेट मस्तिष्क के भेद को देखा। इसमें वेंट्रिकल्स के समान खोखली जगह दिखाई दे रही थी और खोपड़ी न्यूरॉन में संबंधित अधिकार थे। बर्मिंघम विश्वविद्यालय के एक वार्टिब्रेट पेरेंटोलॉजिस्ट और वरिष्ठ शोध साथी, सह-लेखक सैम जाइल्स ने गुरुवार (2 फरवरी) को सीएनएन को जानकारी दी।
रे-फ़ाइनर मछली
जिस मछली की खोज ने की है, वो एक सी। जंगली प्रजातियों की रे-फ़ाइनर मछली थी। बूटने के हिसाब से इसकी चौड़ाई 6 से 8 इंच थी। ये मुहाना में तैरती थी और छोटे जानवर और पानी में जाने वाले चूहे चौपट हो गए थे। अध्ययनों के अनुसार, रे-फिनेड फिश के दिमाग में चकाचौंध दिखाई देती है, जो अन्य वर्टिब्रेट जीव में नहीं दिखाई देते हैं। विशेष रूप से आगे की ओर एक दिमाग जैसा शेप था, जो न्यूरॉन डिटेक्शन होता है, जो बाहर की ओर मुड़ता है। वही अन्य वर्टिब्रेट वाले जीव में, यह न्यूरॉन भेद की ओर मुड़ता है। खोज से जुड़ी नई जानकारी हासिल करने की आशंकाएं।