नागालैंड चुनाव 2023 वैध नामांकन: नागालैंड विधानसभा चुनाव के लिए निर्वाचन आयोग ने नामांकित पत्रों की जांच के बाद 222 आवेदनों में 22 को अवैध पाया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य में 27 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए 225 प्रत्याशियों ने नामांकन किया था, जिनमें से तीन बाद में चुनाव मैदान से हट गए थे। अधिकारियों ने बताया कि जिन 200 भाषाओं के नामपत्र वैध पाए गए हैं, उनमें चार महिलाएं शामिल हैं।
नामांकित नेशनल डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी (एनडीपीपी), भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी), नागा फ्रंटल पार्टी (एनपीएफ), कांग्रेस, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी), जनता दल यूनाइटेड, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया (आठवले) , राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा), राइजिंग पीपुल्स पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी सहित 13 दलों ने अपने उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे हैं।
चुनाव मैदान में बहुत निर्दलीय उम्मीदवार हैं
20 से ज्यादा निर्दलीय उम्मीदवार भी चुनाव मैदान में ताल ठोक रहे हैं। नामांकन पत्र वापस लेने की अंतिम तिथि शुक्रवार (10 फरवरी) है। मतों की संख्या दो मार्च को होगी। बता दें कि नगालैंड के अलावा भूत के दो और राज्यों के मेघालय और त्रिपुरा के परिणाम भी उसी दिन यानी 2 मार्च को जारी किए जाएंगे।
एनडीपीपी-बीजेपी के लिए सत्ता में वापसी करने की चुनौती
नागालैंड में विधानसभा का मौजूदा कार्यकाल 12 मार्च तक है। वर्तमान में स्टेट में बीजेपी और एनडीपीपी की गठबंधन सरकार है। इस गठबंधन में एनपीएफ भी पिछले साल शामिल हुआ था। नेफ्यू रियो राज्य के नंबर हैं। इस बार के चुनाव में बीजेपी और एनडीपीपी ने पूर्व में अपनी घोषणा के अनुसार समझौता किया है। राज्य की कुल 60 विधानसभा सीटों से 20 पर बीजेपी तो 40 पर एंडीपीपी ने अपना वोटर लिया है। कांग्रेस और जेडीयू भी चुनावी मैदान में हैं।
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