तुर्की भूकंप: तुर्किए में सोमवार (20 फरवरी) को फिर से भूकंप (Earthquake) के संकेत महसूस किए गए हैं। यूरोपियन अल्ट्रासागरीय भूकंपीय केंद्र (EMSC) ने कहा कि तुर्किए-सीरिया सीमा क्षेत्र में दो किमी (1.2 मील) की गहराई में 6.4 तीव्रता का भूकंप आया है। नए भूकंप से साउथ तुर्किए में और विनाश की आशंका है। लताकिया में करीब 10 पेपर तक भूकंप के दो संकेत महसूस किए गए। इस दौरान लोग होटल से बाहर निकलकर आ गए।
केंद्रीय अंतक में भूकंप के बाद और इमारतें ढह गई हैं। अंताक्य दो सप्ताह पहले आए भूकंप से प्रभावित हुआ था, जिससे हजारों लोगों की मृत्यु हो गई थी और कई निर्माण कार्य बन गए थे। रॉयटर्स के प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, तुर्की के रेस्क्यू दल भूकंप के बाद इलाके की ओर दिखाई देने लगे।
6 फरवरी को आया था विनाशकारी भूकंप
एक निवासी, मुना अल उमर ने दावा किया कि जब भूकंप आया तो वह शहर के एक पार्क में एक तंबू के नीचे अंत में था। 6 फरवरी को तुर्किए के दक्षिण-पूर्व और पड़ोसी देश सीरिया में 7.8 तीव्रता का भूकंप आया था। जिसमें 45,000 से अधिक लोग मारे गए और दस लाख से अधिक लोग रहने लगे। इसके बाद तुर्की में कई आफ्टर-शॉक्स भी आए।
पीएम ने राहत दल की नींद पूरी की
इससे पहले आज पीएम मोदी ने सहायता और आपदा राहत संबंध के काम की प्रतिबद्धता की, किन भूकंप (भूकंप) से प्रभावित तुर्किये (तुर्किये) को स्थापित किया था। तुर्किए और सीरिया (सीरिया) में ‘ऑपरेशन दोस्त’ में शामिल हुए सील से बातचीत के दौरान पीएम मोदी (पीएम मोदी) ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में भारत न सिर्फ आत्मनिर्भर बल्कि निस्वार्थ देश के रूप में अपनी पहचान मजबूत की है।
ये भी पढ़ें-






















