पाकिस्तान सरकार ने बिजली शुल्क बढ़ाया: पाकिस्तान की सरकार ने फिर से बिजली के दामों में पक्का करने का फैसला लिया है। इसकी वजह सरकार का पिछले साल आई डिस्ट्रेक्टाइड बाढ़ की वजह से डेंजर पावर बिलों के छुटकारे को चोट पहुंचाना है। सरकार को सब्सक्राइब से 55 अरब रुपये रुपये हैं। पाकिस्तान की न्यूज मीडिया अराइ ने जानकारी देते हुए बताया कि फर्ज एडजस्टमेंट चार्जेज को ध्यान में रखते हुए एनर्जी मिनिस्ट्री ने बिजली के दामों में 14.24 रुपये प्रति यूनिट चार्ज बढ़ाने के लिए नेशनल इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी प्रमाणन को निर्धारित किया है।
किसानों से भी वसूलेंगे पैसे
पाकिस्तान के बिजली विभाग के मुताबिक, जो लोग हर महीने 200 यूनिट बिजली का इस्तेमाल करते हैं। उन्हें अब 10.34 रुपये प्रति यूनिट भुगतान करना होगा। जो लोग 300 यूनिट तक बिजली का इस्तेमाल करते हैं। उन्हें 14.24 रुपये प्रति यूनिट भुगतान करना होगा। किसानों से भी सरकार ने पिछले 8 महीने के दौरान इस्तेमाल की गई बिजली के अतिरिक्त 9.90 रुपये प्रति यूनिट रुपये मांगेगी।
13.87 रुपये का भुगतान करेंगे
कराची इलेक्ट्रिक (केई) के कनेक्शन को इस अवधि के दौरान फ्यूल एडजस्टमेंट चार्ज के रूप में प्रति यूनिट 13.87 रुपये का भुगतान करना होगा। इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी स्नैपशॉट की मंजूरी मिलने के बाद हड़पने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। इससे पहले नेशनल इलेक्ट्रिक पावर रेगुलेटरी पहचान (एनईपीआरए) ने बिजली का धोखा प्रति यूनिट 50 पैसे प्रति यूनिट की वजह से देखा था। बिजली प्राधिकरण ने चालू वर्ष की दूसरी तिमाही में समायोजन शुल्क के लिए 17 अरब रुपये की देनदारी को लेकर याचिका दायर की थी।
पहले भी झटके हैं बिजली के झटके
पाकिस्तान की सरकार पिछले महीने भी बिजली के बांधों में अटकी हुई है। उस दौरान सरकार ने ब्रॉडबैंड सब्सिडी के 43 रुपये प्रति यूनिट के होश से कॉर्मशियल चार्ज बढ़ाए थे और 23 रुपये प्रति यूनिट घरेलू चार्ज बढ़ाए थे। पाकिस्तान पहले से ही आर्थिक तंगी का सामना कर रहा है। कल ही यानी बुधवार (22 फरवरी) को पाकिस्तान की सरकार ने बहुत तरह के सरकारी विज्ञापन में शूट का ऐलान किया था। जिसके तहत सरकारी कर्मचारियों को बिजली, गैस और फोन के बिल का भुगतान खुद करने का दावा किया गया।
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