पाकिस्तान में मारा गया आतंकी: पाकिस्तान में भारत का एक और दुश्मन जुड़ गया है। कश्मीर में फैलाए जाने वाले संदिग्ध खालिद रजा की पाकिस्तान के कराची में गोली मारकर हत्या कर दी गई है। एक हफ्ते के अंदर भारत का ये दूसरा दुश्मन है जो पाकिस्तान में हिट हो गया है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि भारत के इन हमलावरों को पाकिस्तान में कौन उलझा रहा है। एक हफ्ते में दो नुकसान की मौत के बाद पाकिस्तान में एक्स्पेक्ट भारत के दुश्मन डर गए। यही कारण है कि इसके अलावा सैयद सलाह को स्पष्टीकरण सेना ने सुरक्षा के लिए बुलेट प्रूफ कार दी है।
पाकिस्तान मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक कराची में रह रहे खालिद रजा की हत्या कर दी गई। खालिद पर दो अज्ञात बंदूकधारियों ने घात लगाकर हमला किया, जिस पर वह जा गिरा। कश्मीर में खून की नादियां ब्राह्मण वाला खालिद रजा कराची में पूरी धाक के साथ रहती थी।
सैयद खालिद रजा कौन है
कश्मीर को लहूलुहान करने वाले खालिद का खात्मा उसी देश में हुआ जिसने उसे पैदा किया। खालिद रजा अल बद्र नाम के तहत संगठन का कमांडर रहा था। वह कश्मीर से भागकर पाकिस्तान चला गया था और उसी समय से दुश्मन की सेनाएँ कर रहा था।
खालिद रजा की हत्या की जो रिपोर्ट सामने आई है उसे देखें तो खालिद को मारने वाले खास ट्रेनिंग वाले नजर आते हैं। पाकिस्तान मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक खालिद रजा कराची में अपने घर के बाहर खड़ा था। इस दौरान बाइक पर दो शख्स पहुंचे। उनमें से एक खालिद के सिर में एक गोली मारी। उपनाम था और कश्मीर में कई लोगों की मौत के लिए एक ही गोली में ढेर हो गए।
एक हफ्ते में दूसरी हत्या
एक हफ्ते में यह दूसरा वाकया है जब पाकिस्तान के अंदर बैठे भारत के दुश्मन को फंसा लिया गया है। इसके एक हफ्ते पहले हिजबुल के स्पॉट इम्तियाज आलम उर बशीर अहमद पीर को पाकिस्तानी सेना की नाक के नीचे रावलपिंडी में मार गिराया गया था। रावलपिंडी पाकिस्तानी सेना का मुख्यालय है। बशीर अहमद के जनाजे में भारत के खिलाफ आतंक फैलाने वाला सैयद सलाह भी शामिल हुआ था।
कौन कर रहा है हत्या की हत्या?
कराची में मारे गए सैयद खालिद रजा की हत्या की जिम्मेदारी तांबा देश रिवॉल्यूशनरी आर्मी (एसआरए) ने ली है। इस संगठन से पाकिस्तान खतरा खाता है। ये संगठन पाकिस्तान में अलग सिंधुरा देश की मांग को लेकर आंदोलन चला रहा है। इस संगठन को वैचारिक ताकतों सिंध मुत्तहिदा आंदोलन से मिलता है।
सिंधुरा देश की मांग
पाकिस्तान में अलग देश की मांग कर रहे सिंध मुत्ताहिदा आंदोलन के प्रमुख सफी दुर्फत का कहना है कि पाकिस्तान बनने के साथ ही हमारा कहना रहा है कि ये हमारा देश नहीं है। हम सिंधी पहले दिन से ही कह रहे हैं कि हम पाकिस्तान नहीं है। हमारा मूलक सिंधु देश है।
सिंधुरा देश के लिए जहां एक तरफ राजनीतिक आंदोलन चल रहे हैं तो सिंधुरा देश रिवॉल्यूशनरी आर्मी पाकिस्तान को उसी बंदूक की भाषा में समझा रहा है, जिसे जिम्मेदारी को पालन करने वाला ये मुल्क धारी है।
एस रा से क्यों डरता है पाकिस्तान?
सिंधुरा कंट्री रिवॉल्यूशनरी आर्मी यानी एस रा एक हथियारबंद संगठन है। ये संगठन सिंध प्रांत को अलग देश बनाने की मांग करता है और इसके लिए सशस्त्र आंदोलन चला रहा है। एस रा ने पाकिस्तान के टुकड़े करने की कसम खाई है। यही कारण है कि पाकिस्तान में उनकी पुरानी बीमारी की वजह से मौत के बाद मुश्किल हो गई है।
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