आयकर विभाग: आयकर विभाग ने टैक्सपेयर्स के साथ संबंध के लिए एआईएस फॉर टैक्सपेयर्स (एआईएस फॉर टैक्सपेयर) नाम से मोबाइल वेबसाइट जारी की है। इस ऐप पर टेक्सपेयर एनीअल इंफॉर्मेशन क्रिएट (वार्षिक सूचना विवरण) और टेक्सपेयर इंफॉर्मेशन समरी (टैक्सपेयर इंफॉर्मेशन समरी) को देखें। एआईएस फॉर टेक्सपर्स एक मोबाइल एप्लीकेशन है टेक्सपर्स के लिए पूरी तरह मुफ्त उपलब्ध है।
एआईएस फॉर ब्रोकर्स नाम से इस ऐप का उपयोग करने वाले उपयोगकर्ता Google Play या ऐप स्टोर पर जाकर डाउनलोड कर सकते हैं। एक वित्त वर्ष के दौरान टैक्सपेयर्स द्वारा किए गए सभी फाइनेंशियल लेन-डेन के विवरण जो टैक्स विभाग ने अलग-अलग ट्रांसफर से इक्ठ्ठा किए गए हैं वो एआईएस (एआईएस) यानी एनुअल इंफॉर्मेशन ट्रांसफर (एनुअल इंफॉर्मेशन स्टेटमेंट) और टीआईएस (टीआईएस) लाइसेंस टैक्सपेयर इंफॉर्मेशन समरी (टैक्सपेयर इनफॉर्मेशन समरी) पर फ्रैंक टैक्सपेयर्स देख रहे हैं।
इस मोबाइल वेबसाइट के माध्यम से TDS और TCS से जुड़े अपने विवरण को देख सकते हैं। इसी तरह ब्यज, डिविडेंड, शेयर ट्रांजैक्शन, टैक्स का भुगतान, इकम टैक्स रिफंड के अलावा अन्य जानकारियां जिनमें टेलर डाटा, एलियन रेमिटेंस शामिल है, वो सभी एनुअल इंफॉर्मेशन फ्रेमवर्क (एआईएस) और टीआईएस (टीआईएस) में उपलब्ध होंगे। ऐप में जो भी जानकारियां दिखाई दे रही हैं, वे टैक्स लेकर वालों के पास विकल्प के साथ ये फिक्रमंदगी की भी सुविधा है।
इस ऐप को ऐक्सिस करने के लिए टेक्सरों को ऐप पर रजिस्टर करना होगा। इसके लिए ब्रैकर्स को पैन नंबर का विकल्प होगा। ई-फाइलिंग पोर्टल पर पंजीकृत मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी पर जो ओटीपी आता है उसके माध्यम से टैक्सपेयर्स को अपनी पहचान मिल जाएगी। इस मोबाइल ऐप को ऐक्सेस करने के लिए टैक्सेयर 4 डिजिट का पिन नंबर सेट कर सकते हैं। टैक्स विभाग का मानना है कि टैक्सपेयर्स के लिए कर रहे हैं इस सुविधा से संगति में मदद मिलेगी।
आयकर रिटर्न भरने के दौरान टैक्सपेयर्स को कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। वरना उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं। इनकम टैक्स डिपार्टमेंट पिछले साल 2022 से एक टैक्सपेयर के सभी फाइनेंशियल लेन-डेन के डिटेल्स के साथ एआईएस (एआईएस) और टीआईएस (टीआईएस) यानी टैक्सपेयर इंफॉर्मेशन समरी (टैक्सपेयर इंफॉर्मेशन समरी) लेकर आया है। टैक्सपेयर्स को जिन माध्यमों से वित्त वर्ष के दौरान कमाई हुई है उनका पूरा लेख-जोखा और ट्वीट्स एआईएस (एआईएस) में रहता है। ये सैलरी, सेविंग अकाउंट से व्याज के रूप में हुई कमाई, रेकरिंग और फिक्स्ड डिपॉजिट से आय, शेयर बाजार और म्युचुअल फंड में निवेश और बिक्री से मिली राशि का विवरण और साथ में डिविडेंड से मिले पैसे की डिटेल मौजूद है। एआईएस (एआईएस) में विदेश से मिले पैसे के डिटेल्स भी दिए जाते हैं।
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आई गोपनीय फाइलिंग को आसान बनाने के लिए आयकर विभाग ने टीआईएस की शुरुआत की है। इसमें टैक्सपेयर्स को उसकी कुल टैक्सेबल इनकम की पूरी जानकारी मिल जाती है। इनकम टैक्स टैक्स की चोरी को रोकने के लिए आईएसआई (एआईएस) और टीआईएस (टीआईएस) लेकर आता है। इनकम टैक्स विभाग की नजर से कोई भी फाइनेंशियल ट्रांजैक्शन छिपाया नहीं गया है।