दिल्ली कंझावला बालिका दुर्घटना: दिल्ली के कंझावला मामले में मंगलवार (3 जनवरी) को कई हैरान करने वाले खुलासे हुए हैं। अंजलि (अंजलि) का अंतिम संस्कार कर दिया गया, लेकिन इस मामले में अंजलि के दोस्त फंड ने आश्चर्यजनक रूप से खुलासे किए हैं। ये ऐसे खुलासे हुए हैं जो हिट हुए और भागने वाले केस में अभी तक के सारे कनेक्शन पर सवाल खड़े कर दिए। अंजलि के दोस्त ने मीडिया को अजीब तरह से बताया कि कैसे एक्सीडेंट नाइट की कहानी ब्यान की।
नामांकित वही लड़की है जो दुर्घटना के दौरान स्कूटी पर अंजलि के साथ बैठी थी। मंगलवार को दिल्ली पुलिस ने अंजलि के दोस्तों से पूछताछ की और उनका बयान दर्ज कराया। इसके बाद फंड ने मीडिया के सामने अपनी बात रखी. फंड ने एबीपी न्यूज से कहा कि हम दोनों घूमने के लिए निकले थे और फिर कार ने हमें सामने से टक्कर मारी। स्कूटी अंजलि चला रही थी। वो नशे की हालत में थी तो मैंने उससे कहा था कि वो स्कूटी न चलाए, लेकिन वो नहीं गया।
कंझावला में क्या हुआ?
फंड ने बताया कि कार से सामने की टक्कर के बाद मैं एक साइड में जा रही गिरी और अंजलि कार में नीचे फंस गया। वो लोग उसे घसीटते हुए ले गए। मैं डर गया था, बात मेरे ऊपर या परिवार पर ना जाए इसलिए मैं वहां गया और किसी को कुछ नहीं बताया। मुझे ज्यादा चोट नहीं आई। कार सवार लड़कों को पता था कि नीचे लड़की फंस गई है, वो चिल्ला रही थी, लेकिन उन्होंने कार को रोका नहीं। सुबह की खबर में मुझे अंजलि की मौत की जानकारी मिली।
‘सिर्फ 10-15 दिनों से अंजलि को दर्शाई गई थी’
झमेन वाले को लेकर फंड ने कहा कि मैं और अंजलि होटल गए थे। वहां से रात को पार्टी करके निकलें। अंजलि स्कूटी चलाने की जिद्द कर रही थी। इसी को लेकर होटल के बाहर दोनों की कहासुनी भी हुई. बाद में अंजलि स्कूटी ड्राइव करती रही, लेकिन घर छोड़ने से पहले ही टक्कर हो गई। हम दोनों का कोई समझौता नहीं हुआ था। मैं बस उसे स्कूटी न चलाने के लिए कह रही थी। वो केवल 10-15 दिनों से अंजलि को बोले थी।
#आज की ताजा खबर : कंझावला कांड पीड़िता के दोस्त फंड का एबीपी न्यूज पर बिग जमान…’अंजलि को सिर्फ 10-15 दिनों से जरूरी थी’
हमारे बीच साम नहीं हुआ-निधि @विवेकस्टेक @i_manojverma #अंजलिकेस #KanjhawalaDeathCase #दिल्ली #दिल्ली पुलिस pic.twitter.com/BqXhkSBysg
– एबीपी न्यूज (@ABPNews) जनवरी 3, 2023
‘कार सवारों को सब पता था’
अभी तक पुलिस पूछताछ में भेद ने ये बताया कि वो नशे में धुत थे। शराब पी रहे थे, गाड़ी में तेज आवाज बज रही थी, जिससे उन्हें लड़की के गाड़ी के नीचे आने की बात नहीं पता चली, लेकिन इन लड़कों ने इन लड़कों को झूठा करार दिया। नाम ने बताया कि दुर्घटना दुर्घटना तब चारों ओर शांति थी। हादसे के दौरान गाड़ी में कोई म्यूजिक नहीं बज रहा था। बारीक को पता था कि एक लड़की उनकी कार के नीचे फंस गई थी और उन्होंने इस बात को पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया। फंड के मुताबिक ये सप्ताह लगातार कार को आगे पीछे कर रहे थे और जोर-जोर से चिल्ला रहे थे। इसके बाद बलेनो कार में बैठे लोगों ने गाड़ी को दौड़ाया। उन्होंने एक बार भी नीचे उतरकर लड़की की सुध नहीं ली।
‘अंजलि चिल्ला रही थी’
इस मामले में सबसे पहले पुलिस ने बताया था कि ये एक्सीडेंट का मामला है। बाद में स्पेशल सीपी ने कहा कि लड़की को 12 किमी तक घर में बैठा लिया गया है। पुलिस आई और बयान दे दिए गए, लेकिन 31 दिसंबर और 1 जनवरी की दरमियानी रात कंझावला में जो कुछ हुआ उस पर फंड का एक-एक खुलासा रोंगटे खड़े करने वाला था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक फंड ने बताया कि जिस वक्त अंजलि गाड़ी के नीचे फंसी वो जोर-जोर से चिल्ला रही थी, रो रही थी, लेकिन झलक पर इसका कोई असर नहीं पड़ा। वो अपनी मस्ती में चूर थे और गाड़ी को बार-बार कुज रहे थे, चक्कर काट रहे थे।
अब तक चुप क्यों हो रहा है?
अब सवाल है कि अगर किसी दोस्त का एक्सीडेंट हो जाए तो फिर उसके साथ वाला दोस्त क्या करता है। आख़िर क्यों फंड नहीं होगा? पुलिस को फोन क्यों नहीं किया? इस बारे में आस पास के लोगों को जानकारी क्यों नहीं दी? इस पर भी फंड ने सफाई दी है। बदमाश का कहना है कि हादसे की तस्वीरें देखकर वो बहुत डर गया था। जिस तरह अंजलि को घसीटा जा रहा था ये तस्वीरें देखकर वो सहम गई। इसी डर की वजह से उसने किसी से कुछ भी शेयर नहीं किया. फंड ने बताया कि घर गया उसने इस हादसे के बारे में अपने परिवार से खबर की थी। उसे ये डर भी था कि घटना का इलजाम उस पर ना जाए इसलिए वो पुलिस के पास भी नहीं गया।
‘बच सकता था अंजलि’
आखिर में अंजलि ने बताई एक और बड़ी बात। उसने कहा कि अगर इंसान के रिश्तेदार कार में सवार लोग अंजलि को एक बार देख लें, एक बार गाड़ी रोककर उसे निकालने की कोशिश करते हैं तो वो आज जिंदा होते, लेकिन किसी ने पलटकर नहीं देखा।
अनौपचारिक रिपोर्ट में हुआ ये खुलासा
मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज के मेडिकल बोर्ड ने अंजलि का नक्शा बनाया. मंगलवार को रिपोर्ट आई. पुलिस ने कहा कि पीड़िता के प्राइवेट पार्ट पर किसी तरह की चोट के निशान नहीं है। आपकी रिपोर्ट में सही की पुष्टि नहीं हुई है। रिपोर्ट ये भी बताती है कि मौत का खतरा होने लगा है। मौत की चोट के बाद सदमा और हेमरेज बताया गया। घिसटने की वजह से अंजलि के सिर, रीढ़ की हड्डी पर गहरी चोट के निशान हैं। इसी तरह बाएं पैर की हड्डी और दोनों घुटने टूट गए। रिपोर्ट आती है कि अंजलि को ये चोटें गाड़ी से हुई दुर्घटना और उसके बाद घसीटे जाने से लगीं।
पीड़िता का अंतिम संस्कार किया गया
मंगलवार को अंजलि के शव परिवार के सदस्यों को सौंपा गया। परिवार के सदस्य शव को अपने घर ले गए, जिसके बाद उन्हें श्मशान ले जाया गया। किसी भी बड़ी घटना से बचने के लिए बस्ती के घर और शमशान के बाहर बड़ी संख्या में सुरक्षाकर्मी लगे हुए थे। भारी सुरक्षा के बीच अंजलि (Anjali) का अंतिम संस्कार किया गया. बड़ी संख्या में लोग अंतिम संस्कार में शामिल हुए। इस दौरान लोगों ने साइट को निष्पादित करने की मांग भी की।
ये भी पढ़ें-






















