एयर इंडिया की फ्लाइट के खाने में पत्थर: देश में पिछले कुछ दिनों से विमान कंपनियां चर्चा में हैं। पिछले कुछ दिनों से एयर इंडिया को लेकर कई विवाद सामने आए हैं। अब एक बार फिर से विमानन कंपनी ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इस बार एयर इंडिया की फ्लाइट में परोसे गए खाने में कंकड़ मुलाकात का मामला सामने आया है।
एक महिला ने ट्विटर पर तस्वीर शेयर करते हुए दावा किया कि एयर इंडिया के विमान में खाने पर जाने से उसे पत्थर का टुकड़ा मिला है। महिला का दावा है कि उसने क्रू मेंबर को भी इस घटना की जानकारी दी है। महिला ने इस तरह की आपस में दोस्ती होने का कारण बनता है।
महिला ने ट्विटर पर क्या लिखा?
महिला ने ट्वीट कर लिखा, “एयर इंडिया आपको पत्थर मुक्त भोजन सुनिश्चित करने के लिए संसाधनों और धन की आवश्यकता नहीं है। आज की उड़ान एआई 215 में परोसे गए मेरे भोजन में मुझे यही मिला। क्रू मेंबर जादोन को सूचित किया गया। जैसे मिलते हैं।”
पत्थर मुक्त भोजन सुनिश्चित करने के लिए आपको संसाधनों और धन की आवश्यकता नहीं है एयर इंडिया (@airindiain). आज की उड़ान AI 215 में परोसे गए मेरे भोजन में मुझे यही मिला। क्रू मेंबर सुश्री जादोन को सूचित किया गया।
इस तरह की लापरवाही अस्वीकार्य है। #एयर इंडिया pic.twitter.com/L3lGxgrVbz– सर्वप्रिया सांगवान (@DrSarvapriya) जनवरी 8, 2023
एयर इंडिया ने क्या जवाब दिया?
महिला के ट्वीट का जवाब देते हुए एयर इंडिया ने लिखा, “प्रिय मैम, यह सुपरहिट है और हम इसे तुरंत अपनी कैटरिंग टीम के सामने रख रहे हैं। कृपया हमें इस मामले को देखने के लिए कुछ समय दें। यह हमारे नंबरों पर आने के लिए है। के लिए हम आपकी मेहनत करते हैं।”
प्रिय महोदया, यह चिंताजनक है और हम इसे तुरंत अपनी कैटरिंग टीम के साथ उठा रहे हैं। कृपया हमें वापस आने के लिए कुछ समय दें। इसे हमारे संज्ञान में लाने के लिए हम आपकी सराहना करते हैं।
– एयर इंडिया (@airindiain) जनवरी 8, 2023
लोग टास्क से कर रहे हैं शिकायत
वहीं एक यूजर ने लिखा, ”डियर @TataCompanies: जे भार भार ने एक बार एविएशन इंडस्ट्री के लिए स्टैंडर्ड तय किए थे। सरकार के नियंत्रण में आने से पहले उन्होंने एयर इंडिया को विश्व स्तर पर सम्मानित ब्रांड बनाया। अब जब आप मालिक के रूप में वापस आ गए हैं, तो निचले स्तर पर क्यों हैं? क्या कोई कॉरपोरेट नजरिया नहीं है?”
गो फर्स्ट की फ्लाइट की बड़ी गलती
उड़र गो फर्स्ट एयर की फ्लाइट में बड़ी गलती सामने आई है। 9 जनवरी को गो फर्स्ट की फ्लाइट G8 116 यात्रियों को एयरपोर्ट पर ही छोड़ दिया गया था। इस मामले में विमानन क्षेत्र की संस्था डीजीसीए ने गो फर्स्ट एयरलाइंस को रिपोर्ट तलब की है। गो फर्स्ट एयरलाइन के अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए डीजीसीए ने कहा, “उनके विनियामक दायित्वों के उल्लंघन के लिए उनके खिलाफ प्रवर्तन कार्रवाई क्यों न की जाए?”
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