जीमेल सत्यापन प्रणाली: पिछले महीने टेक जॉइन्ट गूगल ने एक नया फ्लेक्स में अनाउंस किया था जिसके सेंडर के नाम के आगे एक वेरिरिपी साइनेज नजर आता है। इससे व्यक्ति को पता चलता है कि ईमेल एक सत्यापित स्थान पर आ गया है और भेजे गए संदेश पर गारंटी दी जा सकती है। सेंडर की पहचान करने के लिए ये फीचर ब्रांड इंडिकेटर का इस्तेमाल करता है जैसे VMC और DMARC।
इस बीच खबर ये है कि हैकर्स ने इस फीचर में खामी निकाल ली है और वे किसी तरह के गूगल के वेरिफाइड सिस्टम को भेद कर आसानी से पर्दा पर नीला टिक हासिल कर रहे हैं। एक साइबर इंजीनियर, क्रिस प्लमर ने ट्विटर पर एक स्क्रीनशॉट साझा किया है जिसमें उन्होंने बताया कि सेंडर ने किसी तरह की Google जैसी संस्थाओं को बाइपास कर ब्लू टिक प्राप्त कर लिया है ताकि उसका संदेश प्रामाणिक लगे। इंजीनियर ने इस बात की जानकारी गूगल को भी शेयर की। हालांकि शुरुआत में कंपनी ने इस बात से इंकार कर दिया कि वेरिफिकेशन में कोई परेशानी या बिग है। लेकिन जब बाद में ट्विटर के जरिए ये पोस्ट वायरल हुआ तो कंपनी ने इंजीनियर को जवाब दिया और लिखा कि हमारी टीम इस पर जांच कर रही है।
जीमेल में निश्चित रूप से एक बग है जिसका उपयोग स्कैमर्स द्वारा इसे दूर करने के लिए किया जा रहा है, इसलिए मैंने एक बग सबमिट किया है @गूगल आलसी रूप से “ठीक नहीं होगा – इच्छित व्यवहार” के रूप में बंद। एक स्कैमर कैसे प्रतिरूपण कर रहा है @UPS इस तरह के एक ठोस तरीके से “इरादा”। pic.twitter.com/soMq7KraHm
– बेर (@chrisplummer) 1 जून, 2023
आप इस पर बने रहें
- यदि आपको कभी भी अस्पष्ट अकाउंट से अस्पष्ट संदेश आता है और ये तुरंत कार्रवाई करने की कोई बात है जैसे असाइनमेंट, एड्रेस अपडेट या अन्य कुछ भी तो इस मेल को अनदेखा करें और इसका जवाब न दें। साथ ही उन लिंक को भी न संकेत जो मेल में दिए गए हैं।
- सैंडर के ईमेल को भी जरूर देखें। यदि इसमें किसी प्रकार, अतिरिक्त सिंबल या स्ट्रेंज डोमेन का उपयोग किया गया है तो समझ ये फेक है
- किसी भी एक लिंक पर क्लिक करें न करें। यदि लिंक या व्यक्ति जाना पहचान लग रहा है तो सीधे निगमित वेबसाइट पर जाकर कोई भी कार्रवाई करने या व्यक्ति से फोन करने के बारे में पूरी जानकारी लें।
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