जी20 शिखर सम्मेलन भारत समाचार: इस साल भारत में पहला जी20 शिखर सम्मेलन (जी20 शिखर सम्मेलन) होने वाला है। भारत सरकार इस आयोजन की तैयारी में जुटी है। भारतीय विदेश मंत्रालय की ओर से कई तरह के अधिकार किए जा रहे हैं। विदेश मंत्री एस. जयशंकर (एस जयशंकर) ने आज बताया कि इस बार G20 में 200 बैठकें होंगी। उन्होंने कहा, ”हम चाहते हैं कि दुनिया की-वाले भारत में आकर बदलाव को देखें।”
जी20 शिखर सम्मेलन को लेकर मीडिया से जानकारी विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने कहा कि हमारे यहां जी20 शिखर सम्मेलन के दौरान 200 बैठकें होंगी। इन धीमे के माध्यम से हम दुनिया को दिखाना चाहते हैं कि भारत में आने वाले बदलाव को देखें। दुनिया के लिए भारत के उत्साह और सकारात्मकता को देखिए।
इससे पहले एस. जयशंकर ने जी20 शिखर सम्मेलन और अंतर्राष्ट्रीय मुद्दों पर प्रवक्ताओं, पैनलिस्टों और मीडिया समन्वयकों को विशेष तौर पर संबोधित किया था। जहां उन्होंने कहा कि वर्तमान पाठ्यक्रम में G20 भारत के लिए एक बड़ा अवसर है, इसमें जनभागीदारी बढ़नी है। उन्नीस लोगों ने ब्रोकरों से G20 की भावना को नए खिलाड़ियों पर ले जाने को भी कहा।
भारत-चीन सीमा पर भी बोले विदेश मंत्री
शनिवार (28 जनवरी) को विदेश मंत्री ने भारत-चीन सीमा विवाद पर भी टिप्पणी की. चीन द्वारा भारतीय जमीन पर कब्ज़ा करने के लिए जिम्मेदार के रूप में एस. जयशंकर ने कहा, ”वे (विपक्ष) अगर किसी जमीन की बात करते हैं तो ये जमीन चीन ने 1962 में कबजाई थी। तो वे (विपक्ष) आपको यह कथन नहीं हैं, वे ऐसे दिखाएंगे ये कल-परसों हुआ है… अगर मेरी सोच में कमी है तो मैं अपनी सूझ या समझदारी से बात करूंगा। लेकिन मैं चीनी एंबेसडर को फोन करके अपनी खबर के लिए नहीं पूछता।”
जानिए क्या है G20?
बता दें कि G20 या ग्रुप ऑफ ट्वेंटी, दुनिया की 20 प्रमुख विकसित और विकसित अर्थव्यवस्थाओं का एक अंतर-सरकारी मंच बनता है, जो इसे अंतर्राष्ट्रीय आर्थिक सहयोग का एक प्रमुख मंच बनाता है। भारत की अध्यक्षता में पहला G20 शेरपा स्मिट 4 दिसंबर, 2022 को राजस्थान के मामले में चमत्कार हुआ था। अब यहां G20 का महासम्मेलन का स्थान है।