महाराष्ट्र में योगी आदित्यनाथ: उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ महाराष्ट्र की धरती पर ख़ूब गरजे और वे धर्म चित्रण करने वालों पर ध्याना। सीएम योगी ने कहा कि सनातन धर्म से छेड़छाड़ का मतलब मानवता के साथ खिलवाड़ करना है, क्योंकि ये मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करता है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म में जन्म स्वर स्वर की बात है। उन्होंने मुगल गार्डन का अमृत उद्यान नाम रखने को गुलामी के अंशों को खत्म करने से जोड़ा है।
सभी को सनातन धर्म पर गौरव का आदर करना चाहिए
साइट योगी आदित्यनाथ (योगी आदित्यनाथ) सोमवार को महाराष्ट्र के जलगांव में आयोजित सभी भारतीय हिंदू गोर, बंजारा और लबाना समुदाय के कुंभ कार्यक्रम में शामिल हुए। 25 जनवरी से शुरू हुए कुंभ कार्यक्रम के समापन समारोह को संदेश देते हुए योगी ने कहा कि ‘हम सभी को सनातन धर्म पर गौरव की भावना करनी चाहिए।
दुनिया का सबसे प्राचीन धर्म, दुनिया में मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करता है। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म के साथ छेड़छाड़ का मतलब है मानवता के साथ खिलवाड़ करना। जो लोग अवैध धर्म रूपांतरण के माध्यम से राष्ट्रान्तरण की कुत्सित मंशा के साथ भारत के अंदर कार्य करना चाहते हैं, उनका मंशा कभी सफल नहीं होने वाला।
वसुधैव कुटुम्बक का उद्घोष हमारा सनातन धर्म ही कर सकता है
सीएम योगी ने कहा की, हम सभी को सनातन धर्म पर गौरव का सम्मान करना चाहिए। हम सद्भावनापूर्ण हैं कि हमने विश्व को मानवता की राह दिखाने वाले भारत में जन्म लिया है। इसके अलावा दुनिया का सबसे प्राचीन धर्म जो दुनिया में मानवता के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करता है, उसमें जन्म लेने का संकल्प है जिसे हम सभी ने प्राप्त किया है। #योगी ने कहा कि सनातन धर्म का अर्थ है मानव धर्म। वसुधैव कुटुम्बकम् का उद्घोष हमारा सनातन धर्म ही कर सकता है।
जलगांव, महाराष्ट्र में ‘अखिल भारतीय हिंदू गोर, बंजारा व लबाना-नायकडा समाज के कुंभ-2023’ में… https://t.co/90axBZJrFe
– योगी आदित्यनाथ (@myogiadityanath) जनवरी 30, 2023
इसकी स्थापना संतों और बंजारा समुदाय ने मिलकर की
जलगांव में आयोजित कुंभ के माध्यम से पूरे भारत के बंजारा समाज को एक साथ जोड़ने की कोशिश की गई है। यहां राष्ट्रीय स्तर पर ‘धर्मांतरण नहीं कानून’ की मांग को लेकर एक संकल्प भी पारित किया गया। ये कुंभ बंजारा समुदाय के धर्मांतरण को रोकने और सभी बंजारा, लबाना व नायक समुदाय को एकता करने के लिए आयोजित किया गया।
इसकी स्थापना संतों और बंजारा समुदाय ने मिलकर की। समापन समारोह के दौरान राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख भैया जी जोशी और बाबा रामदेव सहित संतगण मौजूद हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र के अंक एकनाथ शिंदे और उप देवेंद्र फडणवीस वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कुंभ कार्यक्रम में जुड़े।
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