केंद्रीय बजट 2023: वित्त मंत्री निर्मल आज कुछ घंटे बाद संसद में आम बजट पेश करेंगे। इस बजट का हर कोई इंतजार कर रहा है। दुनिया में हर तरह की आर्थिक तंगी और जकड़न के दौर में अलग-अलग वर्गों के लोग वित्त मंत्री से अलग-अलग उम्मीदों पर बैठे हैं।
ऐसा माना जा रहा है कि वित्त मंत्री बजट में लोकलुभावन घोषणाएं कर सकते हैं। पर यहां हम आज पेश होने वाले बजट से कुछ अलग बातें करेंगे। हम आपको बजट से जुड़ी कुछ ऐसी जानकारी देंगे जिनके बारे में आपने शायद ही अभी तक सुना या पढ़ें।
दूसरे देश में पेश किया था भारत का पहला बजट
वैसे तो आजाद भारत का पहला बजट 26 नवंबर 1947 में पेश किया गया था, लेकिन बात अगर भारत के पहले बजट की करें तो इसकी शुरुआत ब्रिटिश काल में हुई थी। भारत का पहला बजट 7 अप्रैल 1860 को ब्रिटेन में पेश किया गया था। तब इसे बरकरार में जेम्स विल्सन ने पेश किया था।
केसी नियोगी को नहीं मिला कभी बजट पेश करने का मौका
बात अगर आजाद भारत के बजट की करें तो अभी तक एक ही ऐसे वित्त मंत्री हुए हैं जो बजट पेश नहीं कर सके। वो वित्त मंत्री केसी नियोगी थे। वे अकेले ऐसे शख्स हैं जो वित्त मंत्री तो हैं लेकिन बजट पेश नहीं कर पाए। दरअसल, 1948 में वह 35 दिनों के लिए वित्त मंत्री के पद पर रहे। उनके बाद जॉन मथाई को भारत का तीसरा वित्त मंत्री बनाया गया था। इसके बाद उन्होंने बजट पेश किया था।
इस वित्त मंत्री ने सबसे ज्यादा बजट पेश किया है
आपको जानकर हैरानी होगी कि आजाद भारत में सबसे अधिक बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड मोरारजी देसाई के नाम दर्ज है। मोरारजी देसाई ने वित्त मंत्री के रूप में देश का दस गुना बजट पेश किया है। इसमें आठ आम बजट और दो प्रावधान शामिल हैं।
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