आईएनएस विक्रांत: भारतीय नौसेना (Indian Navy) ने आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर हासिल किया है। नौसेना के पायलटों ने भारत में निर्मित एयरक्राफ्ट करियर आईएनएस विक्रांत पर लाइट फाइटर विमान (एलसीए नौसेना) की लैंडिंग की है। दरअसल आईएनएस विक्रांत और एलसीए का डिजाइन भारत में ही किया गया है।
यह इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि युद्ध के समय विमान और पोत सामने रहते हैं। आईएनएस विक्रांत और एलसीए के डिजाइन से इसे विकसित, निर्माण और संचालित करने तक भारत में ही किया गया है। ऐसे में यह भारत की तकनीक और युद्ध क्षमता को दर्शाता है।
भारतीय नौसेना द्वारा आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक ऐतिहासिक मील का पत्थर हासिल किया गया क्योंकि नौसेना के पायलटों ने आईएनएस विक्रांत पर एलसीए (नौसेना) की लैंडिंग की। यह स्वदेशी लड़ाकू विमान के साथ स्वदेशी विमान वाहक को डिजाइन, विकसित, निर्माण और संचालित करने की भारत की क्षमता को प्रदर्शित करता है। pic.twitter.com/XuZ3we0405
– एएनआई (@ANI) फरवरी 6, 2023
आईएनएस विक्रांत कोरा में भारतीय नौसेना के कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड में बनाया गया है। उसी समय, लाइट फाइटर विमान एलसीए को ‘हिन्दुस्तान एरोनैटिक्स लिमिटेड’ (एचएएल) ने बनाया है।
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