वेदांता सेमीकंडक्टर कंपनी के नए सीईओ: वेदांता ग्रुप (Vedanta Group) ने अपने सेमीकंडक्टर कारोबार को नई दिशा देने के लिए मुख्य कार्यकारी अधिकारी (Chief Executive Officer) का चयन कर लिया है। वेदांता लिमिटेड (वेदांत लिमिटेड) ने सोमवार को जानकारी देते हुए कहा कि, उसने अपने सेमीकंडक्टर कारोबार के सीईओ के रूप में डेविड रीड (डेविड रीड) को नियुक्त किया है। जिसके बाद से भारत में सेमीकंडक्टर कारोबार को नया दोस्त मिलने की उम्मीद जा रही है। देश में सेमीकंडक्टर बनाने के लिए गुजरात में पौधारोपण किया गया है। जो कि इलेक्ट्रॉनिक्स सेक्टर में एक नए युग की शुरुआत के रूप में देखा जा रहा है।
डेविड रीड को मिली नई जिम्मेदारी
वेदांता लिमिटेड के मुताबिक, डेविड रीड को भारत में एक सेमीकंडक्टर फैब यूनिट (सेमीकंडक्टर फैब यूनिट) और एक सेमीकंडक्टर रेजिंग और टेस्टिंग यूनिट (भारत में सेमीकंडक्टर असेंबलिंग एंड टेस्टिंग यूनिट) स्थापित करने के लिए मुख्य जिम्मेदारी दी गई है। डेविड साल 2015 में अमेरिकन फ्रीस्केल सेमीकंडक्टर के साथ कंपनी के विलय के हिस्से के रूप में NXP में चले गए थे। साथ ही ग्लोबल फाउंड्रीज (GlobalFoundries) में भी जॉब्स दे चुका है। जहां वे ग्लोबल ऑपरेशन के कार्यकारी उपाध्यक्ष और महाप्रबंधक के पद पर काम करेंगे।
क्या रखा है
अरबपति अनिल अग्रवाल (अनिल अग्रवाल) के नेतृत्व वाले वेदांता ग्रुप (वेदांता ग्रुप) ने सेमीकैंडर्स के निर्माण को लेकर पिछले साल 2022 में ताइवान के फॉक्सकॉन (फॉक्सकॉन) के साथ समझौता किया था। वेदांता ने फॉक्सकॉन के साथ अपने 20 अरब डॉलर के संयुक्त सेमीकंडक्टर कारोबार में कदम बढ़ाया है। इसकी शुरुआत गुजरात राज्य से होने जा रही है। इस परियोजना के बाद देश में अर्धचालक सुविधा प्राप्त होगी। आसानी हो कि, भारत का सेमीकंडक्टर बाजार 2026 तक 63 अरब डॉलर तक पहुंच का रिपोर्ट है, जो 2020 में 15 अरब डॉलर था।
इतना अनुभव है
वेदांता ने कहा कि डेविड रीड को 35 साल से अधिक का अनुभव है। रीड के अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर काम कर चुका है। उन्हें वेफर संबंध (वेफर फैब्रिकेशन), दृष्टिकोण और दृष्टिकोण, परीक्षण, गुणवत्ता प्रमाणन के साथ पैकेजिंग, आपूर्ति श्रृंखला के सेक्टर में अच्छा अनुभव है। जो अब भारत में वेदांता के सेमीकंडक्टर कारोबार को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा।
दुनिया में सेमीकंडक्टर की कमी
पूरी दुनिया में सेमीकंडक्टर की कमी देखने को मिल रही है, जिसके बाद घटते-घटते घटता गया। इसका असर मोबाइल फोन, लैपटॉप कंप्यूटर पर भी स्पष्ट रूप से देखा जा रहा है। भारत अभी तक देश में अर्धचालक की आपूर्ति के लिए आयात पर ही निर्भर है। लेकिन सरकार देश में ही सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग करने पर ध्यान दे रही है। वही दूसरा, बीएसई पर 6 फरवरी 2023 को वेदांता के शेयर में गिरावट दर्ज की गई है। वेदांत का शेयर 2.56 प्रतिशत गिरकर 306.25 रुपये पर बंद हुआ है।
ये भी पढ़ें