भारतीय रेलवे डेटा उल्लंघन: इंडियन रेलव के डेटाबेस को लेकर (IRCTC) स्पष्टीकरण दिया है। ऑनलाइन टिकट बुकिंग की सुविधा देने वाली सरकारी कंपनी (IRCTC) ने कहा कि हमारा कोई डेटा चोरी नहीं हुआ है।
डेटा ब्रीच के संदर्भ में पत्रकार ने कहा कि सीईआरटी-इन से प्राप्त होने पर रेलवे बोर्ड की ओर से एक भारतीय रेलवे यात्री की सूचना का अलर्ट दिया गया था। इसकी बाद में की गई पड़ताल में पाया गया कि दस्तावेज के सर्वर से कोई ब्रीच नहीं हुई है। लवण ने बताया कि उसने अपने बिजनेस पार्टनर्स को भी सर्वर की जांच करने के निर्देश दिए हैं।
भारतीय रेलवे ने क्या कहा?
इंडियन रेलवे ने कहा कि डेटा को लेकर मीडिया में खबर आई। इसके तुरंत बाद रेलवे बोर्ड ने अलर्ट जारी किया था। दर्ज डेटा विश्लेषण करने पर सामने आया कि यह दस्तावेज़ के इतिहास दस्तावेज़ से मेल नहीं खाता है, यह दस्तावेज़ दलाल का नहीं है। इसके बाद आगे की जांच रिपोर्ट ने की. पत्रकार के सभी बिजनेस पार्टनर को अलर्ट भेजकर कहा कि वो तुरंत ही मामले की जांच कर ले ताकि पता लग सके की क्या उनकी तो डेटा ब्रीच नहीं हुआ।
ऑटो रीलों
मामला क्या है?
खबर थी कि जिन यात्रियों का डेटा चोरी हो गया है। डेटा में लोगों की पर्सनल डिटेल यानी उनका ईमेल आईडी, लिंग, उम्र और फोन नंबर से जुड़ी जानकारी शामिल है। इसे लेकर जरा ने बयान दिया है। बता दें कि पहला ऐसा कोई मामला नहीं जहां डेटा में सेंधमारी की खबर हो। हाल ही में एम्स के सर्वर है। फिर जल शक्ति मंत्रालय का ट्विटर अकाउंट भी हैक हो गया था।