राहुल गांधी पर स्मृति ईरानी: कांग्रेसी नेता गांधी ने मंगलवार (7 फरवरी) को राष्ट्रपति के अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान केंद्र पर जोरदार हमला बोला। राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए अरबपति गौतम अडानी से उनके रिश्तों को लेकर कई सवाल पूछे गए। कांग्रेस सांसद ने नेता पर गौतम अडानी के वाणिज्यिक साम्राज्य को खड़ा करने में मदद करने का आरोप लगाया।
राहुल गांधी के ज्वालामुखी का शीशा खंडन करते हुए पलट गया है। केंद्रीय मंत्री ईरानी स्मृति ईरानी ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण का विरोध क्यों? ये सवाल मेरे मन में उठा। वे (राहुल गांधी) अपने भाषण की शुरुआत ही उन शब्दों से कि वो राष्ट्रपति के अभिभाषण का विरोध करते हैं।
स्मृति ईरानी ने कहा कि अमेठी के सांसद के रिश्तेदार मैं अपने प्रधानसेवक का अभिनंदन चाहता हूं। अमेठी ने किसे बाहर किया, उन्होंने प्रधानसेवक पर कटाक्ष किया। आज यहां एक सज्जा ने पीएम पर चुटकी ली। राष्ट्र के संरक्षण में आपके पराए का भेद नहीं होना चाहिए। अमेठी का पहला मेडिकल कॉलेज 290 करोड़ का किसी ने दिया तो पीएम मोदी ने दिया। यहां बहुत ठाक दिए गए हैं। कहा यात्रा पर तो लोगों ने कहा कि हम निकले गए।
उन्होंने कहा कि एक अचंभित करने वाला दृश्य और है, फुर्सतगंज जहां परिवार से संबंधित अकादमी है। जमीन सरकार की है, लेकिन वहां पर सरकार जमीन पर राहुल-प्रियंका के नाम से आश्रित बना दिया।
राहुल गांधी ने कहा कि तमिलनाडु, केरल से हिमाचल प्रदेश तक, हम हर जगह ‘अडानी’ का ही नाम सुन रहे हैं। पूरे देश में सिर्फ ‘अडानी’, ‘अडानी’, ‘अडानी’ है…अडानी जी कभी भी किसी के बिजनेस में नहीं होते हैं। राहुल गांधी ने पूछा कि प्रधानमंत्री के साथ अडानी का क्या संबंध है। कांग्रेस सांसद ने कहा कि यात्रा के दौरान लोगों ने मुझसे पूछा कि 2014 से 2022 के बीच अडानी की नेटवर्थ 8 अरब डॉलर से बढ़कर 140 अरब डॉलर कैसे हो गई।
कांग्रेस नेता ने कहा कि 2014 में बीजेपी के सत्ता में आने पर अडानी अमीरों की लिस्ट में 600वें से दूसरे रैंक पर चले गए। पीएम मोदी के दिल्ली जाने के बाद असली जादू शुरू हो गया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि सूचनाओं में बदलाव किया गया ताकि अडानी समूह छह हवाई लगाए गए के ठेके हासिल कर सके।
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