भारत में वीर सावरकर के नाम पर संग्रहालय: भारत सरकार ने संसद में स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और राष्ट्रवादी नेता विनायक दमोदर सावरकर से जुड़े संग्रहालयों से संबंधित प्रश्न का उत्तर दिया है। मध्य पूर्वी क्षेत्र के विकास, पर्यटन और संस्कृति मंत्री जी किशन रेडी ने इस बारे में गत 16 जून को एक लिखित जवाब दिया है।
दरअसल, नासिक से भाजपा सांसद हेमंत तुकाराम गोडसे ने सवाल पूछा था कि ‘क्या यह सच है कि वीर सावरकर और हमारी स्वतंत्रता संग्राम, राष्ट्रीय आंदोलन और राष्ट्रीयता के अन्य नेताओं से संबंधित संग्रहालय या तो बहुत कम हैं या वे मौजूद नहीं हैं?’
सावरकर के नाम पर कोई संग्रहालय नहीं है
लिखित जवाब में केंद्रीय मंत्री जी किशन रैंडी हाउस में एक सूची बनाई गई है, जिसके अनुसार देश में कई संग्रहालय हैं जो स्वतंत्रता संग्राम, राष्ट्रीय आंदोलन और राष्ट्रीयता के नेताओं से संबंधित हैं, लेकिन इनमें से एक भी वीर सावर को समर्पित नहीं है। मंत्री रैंडी ने स्पष्टीकरण के ऐसे 15 संग्रहालयों की साझा सूची है।
संसद में इन संग्रहालयों की सूची साझा करती है
मंत्री जी किशन ब्रांड की ओर से साझा की गई सूची में, जिन 15 संग्रहालयों के नाम पर घसीटा गया, उनमें से दिल्ली के लाल किले स्थित संग्रहालय 1857 – भारत का पहला स्वतंत्रता संग्राम, लाल किले में ही याद-ए-जलियां, लाल किले में ही नेताजी सुभाष चंद्र बोस और भारतीय राष्ट्रीय सेना, लाल किले में ही आजादी की दीवानी, गुजरात के आनंद में सरदार बल्लभ भाई पटेल और वीर विट्ठल भाई पटेल स्मृति संग्रहालय और पुस्तकालय, झारखंड के रांची में बिरसा मुंडा संग्रहालय, मध्य प्रदेश के मोरैना में अमर शहीद पंडित राम प्रसाद बिस्मिल संग्रहालय, महाराष्ट्र के फतह में स्थित आगा खान पैलेस, महात्मा गांधी संग्रहालय, मणि के इंफाल में आईएनए संग्रहालय, ओडिशा के कटक में नेताजी जन्म स्थान संग्रहालय, तमिलनाडु चेन्नई में किला सेंट जॉर्ज संग्रहालय, उत्तर प्रदेश के लखनऊ में 1857 रेजीडेंसी संग्रहालय , पंडित गब पंत लोक लोक कला संग्रहालय, उत्तर प्रदेश के शाह जहांपुर में छावनी बोर्ड के कार्यालय की ओर से स्वतंत्रता सेनानी संग्रहालय और पश्चिम बंगाल के कोलकाता में नेताजी अनुसंधान ब्यूरो की ओर से संग्रहालय के नाम से शामिल हैं।