महुआ मोइत्रा विवाद: सदन में असंबद्ध भाषा के इस्तेमाल को लेकर वीडियो को लेकर चर्चित टीएमसी (टीएमसी) के सांसद महुआ मोइत्रा ने अपनी बात रखी है। महुआ का कहना है कि उन्होंने अपनी संसद में गली का इस्तेमाल नहीं किया है। उन्होंने कहा कि उस शब्द का मतलब पापी होता है। टीएमसी सांसद ने कहा, “मैं हिंदी भाषा नहीं हूं। अगर कोई हिंदी में इस शब्द का अर्थ कुछ और है, तो ये मेरी समस्या नहीं है।”
एक इंटरव्यू में महुआ ने कहा कि कई बीजेपी सांसदों ने भी इस तरह से अपनी नींद देने की इच्छा जताई थी। टीएमसी नेता ने कहा, “मैं सही या गलत नहीं कह रहा हूं। मैं कह रहा हूं कि आप मुझे भगवान में सुरक्षा नहीं देते हैं और फिर आप मुझे परेशान भी कर रहे हैं। मैं इसकी देखभाल नहीं करता।”
‘गली नहीं दी’
संसद में इस्तेमाल किए गए शब्दों को लेकर महुआ मोइत्रा ने कहा, “इसमें गाली क्या है? हराम का अर्थ कुछ पापपूर्ण या जो वर्जित है। अरबी शब्दों की मेरी समझ में, मैंने जो कहा उसका शाब्दिक पापी है। अब अगर यह कोई शब्द है। कुछ और है, तो यह मेरी समस्या नहीं है।”
इंटरव्यू में टीएमसी सांसद ने कहा, ‘पहले जब मैं बोल रहा था तो इस व्यक्ति (बीजेपी सांसद) ने मुझे लगातार टोका। जब मेरा भाषण समाप्त हुआ और राम नायडू बोल रहे थे, तब भी वे चुप नहीं हुए। इसलिए मैंने उनसे कहा, क्योंकि वह जो कर रहे थे, वह वचनबद्ध था।’
महुआ मोइत्रा ने बुधवार (7 फरवरी) को संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा के दौरान कथित तौर पर ‘आपत्तिजनक’ शब्द का प्रयोग किया था। इसके बाद संसद में जोरदार अटका और बीजेपी ने उनसे जुड़ने की मांग की।
कार्यक्षेत्र से इनकार
हालांकि, महुआ मोइत्रा ने जोखिम से स्पष्ट इंकार कर दिया था। उन्होंने कहा था कि बीजेपी को उनसे जोक मंगवाने से पहले अपने सांसद से जुड़े रहने और अपना काम ठीक करने के लिए कहना चाहिए। बीजेपी के सांसद ने ‘बंदर’ की तरह अपने भाषणों को देखने की कोशिश कर रहे थे।
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