टॉड मर्फी टेस्ट डेब्यू: राइट हैंड के ऑफ स्पिनर टोड मर्फी (टोड मर्फी) अभी 22 साल के हैं। भारत दौरे पर आने से पहले वह सिर्फ 7 फर्स्ट क्लास मैच खेले थे। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के लिए विशेषज्ञ क्रिकेट खिलाड़ी इस खिलाड़ी को खेल रहे हैं-11 में देखने की कम ही उम्मीद कर रहे थे। लेकिन यहां टोड मर्फी ने न केवल पहले मैच में जगह बनाई बल्कि अपनी गेंदबाजी से कहर भी बरपाया।
टॉड मर्फी ने नागपुर टेस्ट के पहले दिन केएल राहुल को पवेलियन भेजा और फिर दूसरे दिन आर अश्विन, चेतेश्वर पुजारा, विराट कोहली और केएस भरत का विकेट चटकाते हुए एक बार भारतीय टीम को मुश्किल में डाल दिया। बहरहाल, अब भारतीय टीम ने इस टेस्ट में अपनी पकड़ मजबूत बना ली है, लेकिन टोड मर्फी का यह धमाकेदार टेस्ट हर तरफ चर्चित हो रहा है।
‘मुझे हमेशा इस बात का गर्व होगा’
मैच के बाद टोड मर्फी से जब उनकी बातों पर बात की गई तो उन्होंने कहा, ‘ये दो दिन बेहद शानदार रहे। टेस्ट शुरुआत का मौका और फिर 5 विकेट हासिल करना, यह सब मेरी उम्मीद से बहुत ज्यादा है। मैं ताउम्र जब इस टेस्ट को याद रखूंगा तो मुझे गर्व होगा।’
टोड मर्फी आगे कहते हैं, ‘मैंने अभी तक ज्यादा के सामने गेंदबाजी नहीं की है, लेकिन मुझे लगता है कि भारतीय बल्लेबाज स्पिन के सामने अपने हाथ से काफी अच्छे से दौड़ रहे हैं। इनके सामने गेंदबाजी करना बड़ी चुनौती है।’
‘ऑस्ट्रेलिया-ए के साथ शिपिंग करना टर्निंग पॉइंट’
हिज 7 फर्स्ट क्लास मैचों के बाद ही टेस्ट डेब्यू का मौका मिलने पर टोड मर्फी कहते हैं, ‘मेरे लिए यहां तक पहुंचने में सबसे बड़ी भूमिका निभाई। मुझे ऑस्ट्रेलिया की एक टीम के साथ वहां जाने का मौका मिला। वहां मुझे थोड़ी बहुत सफलता मिली, जिससे मेरा विश्वास बढ़ा। उन खिलाड़ियों के इर्द-प्रक्षेपण, जो टेस्ट क्रिकेट खेलते हैं, उन्हें करीब से देखते हैं, नेट पर उनके सामने गेंदबाजी करते हैं और फिर श्रीलंकाई बल्लेबाजों के सामने गेंदबाजी करते हैं। इन सबसे मुझे बहुत यकीन मिला. मैंने उस विश्वास के साथ खुद पर भरोसा करना शुरू किया और मेरा खेल बेहतर हुआ।’
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