रामचरितमानस विवाद: रामचतिरमानस पर समाजवादी पार्टी (समाजवादी पार्टी) के नेता स्वामी प्रसाद मौर्य (स्वामी प्रसाद मौर्य) द्वारा दिए गए बयानों पर लगातार बवाल मचा है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले पर बात करते हुए कहा, रामचतिरमानस पर टिप्पणी करना सूर्य को टोर्च-दीपक जैसा दिखता है।
यूपी सीएम ने एक इंटरव्यू में रामचरितमानस पर सवाल का जवाब देते हुए कहा, जिन लोगों ने रामचरितमानस और भगवान श्री चंद्र जी के बारे में कुछ जाना नहीं है… न जानने का प्रयास किया है कि उनकी इस तरह की टिप्पणी को सूरज को टोर्च -दीपक दिखा रहा है। उन्होंने कहा, रामचरितमानस में ‘निषाद-राज’ (स्थानीय जनजाति के नेता) पर चर्चा है, महिला के रूप में शबरी की भी चर्चा है। अगर इन लोगों ने रामचरितमानस को पढ़ा होता है तो वो इस तरह की बातें नहीं करते हैं।
जनता का ध्यान भटकाने के लिए पूरा विवाद खड़ा किया- सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसे पूरे मामले में एक राजनीतिक रणनीति के रूप में भी बताया गया है। उन्होंने कहा, उत्तर प्रदेश में बड़ी घटना हो रही है और इससे होने वाले फायदों पर ध्यान देने के लिए इस पूरे विवाद को खड़ा किया गया है। उन्होंने दावा कर कहा, ये एक सोची समझी साजिश के तहत हुआ है।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कार्यकर्ताओं पर हमला बोला
शनिवार (11 फरवरी) को स्वामी प्रसाद मौर्य ने जीव पर हमला बोलते हुए कहा, “मानस की आपत्तिजनक कुछ चौपाइयों को अनुयायी व प्रतिबंधित (बैन) करने की मांग को कुछ लोग श्रीराम, हिंदू धर्म और रामचरितमानस से जोड़कर पूरे मामले को जाने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ऐसे ही लोग महिलाएं, आदिवासी, दलितों और पिछड़ों के 97% आबादी के सम्मान के विरोधी हैं।”
यह भी पढ़ें।