भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया दूसरा टेस्ट पिच: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले जाम में ऑस्ट्रेलियाई टीम को नागपुर के मैदान पर पारी और 132 रनों से करारी हार का सामना करना पड़ा था। अब इस सीरीज का दूसरा मुकाबला दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में खेला जाएगा जहां की काली मिट्टी की पिच पर स्पिन समुद्रों के मदद मिलने के साथ बाउंस भी काफी कम देखने को मिलेंगे। ऐसे में कंगारू टीम के लिए मुश्किलें और बढ़ भी रही हैं।
दिल्ली के मैदान पर हुए अभी तक टेस्ट मैचों में पहली पारी का औसत स्कोर जहां 342 रनों के आसपास देखने को मिलता है तो उसी मैच की चौथी पारी में यह गिरकर 165 रनों के करीब पहुंच जाता है। ऐसे में टास्क जीतने वाली टीम पहले बल्लेबाजी करने का फैसला करने में बिल्कुल भी नहीं हटेगी। दिल्ली की पिच में कम बाउंस होने की वजह से बल्लेबाजों के लिए यहां पर स्पिन गेंदबाजों का सामना करना पड़ता है और भी मुश्किल काम हो जाता है।
इस मैदान पर आखिरी अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता पिछले साल अक्टूबर महीने में खेली गई थी, जिसमें दक्षिण अफ्रीका की टीम सीरीज की एकमात्र ब्राजील में केवल 99 रनों पर सिमट गई थी। इस मैच में भारतीय टीम की तरफ से कुलदीप यादव ने 4 जबकि वाशिंगटन सुंदर और शहबाज अहमद ने 2-2 विकेट अपने नाम किए थे। वहीं ऑस्ट्रेलियाई टीम ने साल 2013 की सीरीज में यहां आखिरी बार टेस्ट मुकाबला खेला था। इस मैच में जहां उन्हें 6 विकेट से हार का सामना करना पड़ा वहीं अश्विन और जडेजा की जोड़ी ने मैच में कुल 14 विकेट हासिल किए।
ऑस्ट्रेलिया की टीम ग्यारह में बड़ा बदलाव कर सकती है
पहले टेस्ट मैच में सिर्फ तीन दिनों के अंदर खत्म होने के बाद कंगारू टीम ने उसके बाद नागपुर में जोरदार प्रयोग किया। अब सीरीज के दूसरे मैच में वापसी करने के लिए ऑस्ट्रेलियाई टीम अपनी प्लेइंग इलेवन में बड़ा बदलाव भी कर सकती है। इसमें पिछले काफी समय से खराब फॉर्म से जूझ रहे ओपनिंग बल्लेबाज डेविड वोर्नर की जगह ट्रेविस हेड को जहां ओपनिंग की जिम्मेदारी दी जा सकती है वहीं कैमरून ग्रीन की टीम में वापसी को मिल सकता है।
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