रक्षा मंत्री घोषणा सिंह ने कहा कि भारतीय रक्षा उद्योग और सरकार के बीच ‘विश्वास’ फैक्टर तेजी से बढ़ा है। इसकी वजह से स्थानीय दावों से अचल संपत्ति की खरीददारी 68 फीसदी से 75 फीसदी बढ़ेगी। 75 फीसदी रक्षा पर खर्च का मतलब करीब 1 लाख करोड़ रुपये होगा।
एयरो इंडिया कार्यक्रम 2023 (Aero India 2023) के दौरान भारत की सैन्य सुरक्षा को और मजबूत बनाने के लिए बुधवार को कुल 226 समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं। रक्षा मंत्री ने कहा कि हम अमृत काल (अमृत काल) यानी आगामी 25 वर्षों के दौरान अपनी रक्षा सुंदरता को पूरा करने के लिए दूसरे देशों से रक्षा उत्पादों की खरीद को कम करना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि अगर आप एक कदम आगे बढ़ेंगे तो सरकार आपसे वादा करता है कि वो आपके सहयोग के लिए 10 कदम आगे बढ़ेगी।
आप विकास के लिए जमीन की बात करते हैं हम आपको उड़ान भरने के लिए पूरा आकाश दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि रक्षा क्षेत्र में घरेलू उद्योंगो को बढ़ावा देने के लिए तीन-निर्धारण पूंजी हासिल करना भविष्य के लिए अभुतपूर्व निर्णय है….
आईडीएक्स इनवेस्टर हब’ (आईएचएच) की शुरुआत
रक्षा मंत्री की परिकल्पना सिंह (रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह) ने बुधवार को रक्षा क्षेत्र में निवेश को आकर्षित करने के लिए ‘एक्सेस इन्वेस्टर हब’ (आईएचएच) की शुरुआत की। इसके तहत प्रमुख भारतीय समझौते ने 200 करोड़ रुपये के निवेश करने का संकल्प लिया। इसके अलावा रक्षा मंत्री ने एयरोइंडिया 2023 के तहत वार्षिक रक्षा नवाचार कार्यक्रम ‘मंथन’ के तहत ‘साइबर सुरक्षा के आगे बढ़ने को देखते हुए ‘डिफेंस इंडिया रिलेशन चैलेंज (डिस्क 9)’ के नौवें संस्करण की शुरुआत करते हुए कहा कि आईडिस्क देश भर में युवा प्रतिभा के पुल से एक मंच पर आने का सफल मंच है। उन्होंने बताया कि आईओएच का उद्देश्य रक्षा क्षेत्र में निवेश को बढ़ाना है और साथ ही समझौते को नवाचार के क्षेत्र में प्रत्यक्ष व अवसर प्रदान करना है।
आपको बताएं कि रक्षा उत्कृष्टता के लिए नवाचार रक्षा उत्पादन विभाग की अग्रणी पहल है, जिसका उद्देश्य रक्षा नवाचार में स्टार्ट-अप और ऐसी अन्य संस्थाओं को प्रोत्साहित करना है। अधिकारियों ने कहा कि ‘लक्षित एक्स इनवेस्टर हब’ का उद्देश्य रक्षा क्षेत्र में निवेश में तेजी लाना और पहल को पहल और नवाचार के बारे में एक एकीकृत दृष्टिकोण देना है।
डिफेंस इनोवेशन ऑर्गनाइजेशन ने iDEX के साथ पहला समझौता किया
रक्षा मंत्रालय ने बताया कि ‘मंथन’ में डिफेंस इनोवेशन ऑर्गनाइजेशन (DIO) ने एयरो इंडिया कार्यक्रम के दौरान गोपनीयता के साथ एक एमओयू पर हस्ताक्षर किए हैं। इसके साथ ही ‘डिस्क 9’ गृह मंत्रालय के भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र (i4C) डिवीजन के साथ iDEX का पहला सहयोग है। डीआईओ ने रक्षा क्षेत्र को और मजबूत करने के लिए इसरो, इन-स्पेस (भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष और प्राधिकरण केंद्र), और आईएसपीए (भारतीय अंतरिक्ष संघ) के साथ समझौतों पर भी हस्ताक्षर किए हैं। इसके अलावा भविष्य में स्टार्ट-अप शेयर को ज़ज़ के रूप में लॉन्च करने के लिए सीमा सड़क संगठन के साथ भी एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं। खोज के दौरान, इनोवेट 4 डिफेंस डायरेक्टरी (i4D) का चौथा संस्करण भी खोला गया। इसके तहत देश भर के छात्रों से प्रदर्शन के लिए आवेदन आमंत्रित किए गए हैं।
मौजूदा बचाव के स्वदेशी लोगों ने जोर दिया
सिंह ने स्वदेशी रक्षा अनुसंधान, डिजाइन, विकास और प्रबंधन तंत्र के लिए ‘110 प्रॉब्लम टेक्स्ट्स’ का भारतीय सेना का संग्रह भी जारी किया है। ‘समस्या विवरण’ में आयुध, निगरानी और अग्नि नियंत्रण प्रणाली से लेकर आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस (AI), ब्लॉकचैन (ब्लॉकचैन), मेटावर्स (मेटावर्स), रोबोटिक्स (रोबोटिक्स), क्वांटम टेक्नोलॉजी (क्यूनाटम टेक्नोलॉजी), साइबर और बायोडायायटम के आधुनिकीकरण’ जैसे विभिन्न क्षेत्रों में भारतीय सेना की तकनीकी आवश्यकताएं और आवश्यकताएं उजागर हो गई हैं।
इसके अलावा, उनमें से नई तकनीकों को शामिल करना, मौजूदा सुरक्षा को उन्नत बनाना और विलंबित करना और आयुधों के स्वदेशी निर्माण आदि शामिल हैं। रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी किए गए उपक्रमों में कहा गया है कि ये प्रयास भारतीय सेना के आधुनिकीकरण की दिशा में स्वदेशी पर नज़र डालेंगे और नज़रअंदाज़ करेंगे। इससे ‘आत्मनिर्भर भारत’ कार्यक्रम के तहत रक्षा क्षेत्र में जा रहे प्रयास विफल हो जाएंगे। आईडीईएक्स, प्रौद्योगिकी विकास निधि (टीडीएफ) और सेना प्रौद्योगिकी बोर्ड (एटीबी) सहित विभिन्न अनुसंधान के माध्यम से भारतीय सेना द्वारा उद्योग और शिक्षा का संचालन किया जाएगा।