<पी शैली ="टेक्स्ट-एलाइन: जस्टिफ़ाई करें;"शिवसेना: एकनाथ शिंदे से बेरोजगार के धनेश्वर-बाण चुनाव चिन्ह की लड़ाई हारने के एक दिन बाद महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ठाकरे आक्रामक दिखाई दिए। भोपाल के पूर्व मुख्यमंत्री ठाकरे ने शनिवार (18 फरवरी) को अपने घर माताश्री में सनरूफ कार से अकाउंट को भेजा। उन्होंने अगले चुनाव का आमंत्रण करते हुए अपने कैडर से तैयार रहने के लिए कहा। जिसके बाद सीसीटीवी ठाकरे अब बीजेपी के निशाने पर आ गए हैं।
उद्धव ठाकरे के भाषण की तुलना 1968 में बालासाहेब ठाकरे के छत पर खड़े होकर दिए गए भाषण से की जा रही है। बीजेपी के केशव उपाध्याय ने सीढ़ीदार पर तंज कसते हुए कहा कि कार पर रुक सकता है बाला साहेब नहीं बन सकता। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि बालासाहेब बनने के लिए मेहनती हैं। बालासाहेब ने दिन-रात मेहनत की, दाखिले का भरण-अपहरण किया, संगठन का दावा किया, बीजेपी को सत्ता में सवार, लेकिन अब पार्टी के संगठन को खराब कर दिया गया है।
<पी दिर ="एल टीआर" लंग ="श्री">गाडीवर उभड़ाण्याची कपि करून नहीं होत।
बाळासाहेबांनी
◾️दिवस परिश्रम घेटली,
◾️ कार्यकर्ता जपला,
◾️ संघटना उभी केली।
◾️सत्तेवर शिवसैनिक बसवला।कॅआपीबहीद्दर
◾️कधी घर्या बहेर पड़ले नाहीत।"https://t.co/H5kob3OOxG"> pic.twitter.com/H5kob3OOxG— केशव उपाध्याय (@keshavupadhye) 18 फरवरी, 2023
<स्क्रिप्ट src="https://platform.twitter.com/widgets.js" एसिंक्स ="" चारसेट ="यूटीएफ-8">> स्क्रिप्ट>
<पी स्टाइल="टेक्स्ट-एलाइन: जस्टिफ़ाई करें;"‘सबक सिखाने तक नहीं बैठेंगे चैन से’
उद्धव ठाकरे ने शनिवार को अपने जुड़े लोगों से कहा था कि चुनाव में चोर को सबका सिखाने तक हम चैन से नहीं बैठेंगे। उन्होंने कहा कि चोर छत्र के छत्ते पर पत्थर फेंकता है, लेकिन उसे छत्र के डंक का अनुभव नहीं हुआ है। उडाऊ ने कहा कि शिंदे ने धनेश्वर-बाण चुरा लिया है, लेकिन जैसे रावण शिव धनेश्वर को नहीं उठाया वैसे ही शिंदेया हुआ धनेश्वर-बाण नहीं चुना। उडौर ने कहा, ‘चौर को ठाकरे का नाम, बाला साहेब की फोटो दी जानी चाहिए, लेकिन भाजपा परिवार नहीं।’
शिंदे गुट के पक्ष में सुनाया फैसला
चुनाव आयोग ने शुक्रवार (17 फरवरी) को बीजेपी के एकनाथ शिंदे ग्रुप के पक्ष में फैसला सुनाया और कहा कि इसे बीजेपी के नाम से जाना जाएगा . चुनाव आयोग के फैसले ने साफ कर दिया है कि बीजेपी का पार्टी का नाम, ‘धनुष और तीर’ चुनाव चिन्ह एकनाथ शिंदे गुट के पास रहेगा। एकनाथ और उनकी तरह की खेमे के विद्रोह के साथ उडाऊ और शिंदे की लड़ाई शुरू हुई। किस वजह से उड़ने वाली सरकार गिर गई। वहीं, बीजेपी ने एकनाथ शिंदे को सीएम बनाया और देवेंद्र फडणवीस को डिप्टी सीएम बनाकर अपने हाथों में थामे रखा।
ये भी पढ़ें:
<एक शीर्षक ="दिल्ली एक्साइज पॉलिसी: सीबीआई के सामने आज पेश नहीं होंगे सिसोदिया, बीजेपी बोली-बकरे की मां कब तक खाएंगे मनाएगी" href="https://www.abplive.com/news/india/delhi-liquor-policy-manish-sisodia-sought-time-from-cbi-says-busy-with-budget-2338163" लक्ष्य ="_खुद">दिल्ली एक्साइज पॉलिसी: सीबीआई के सामने आज पेश नहीं होंगे सिसोदिया, बीजेपी बोली- बकरे की मां कब तक खैर मनाएगी