हिंदुस्तान जिंक: हिंदुस्तान जीत के शेयर आज महीने के निचले स्तर पर आ गए हैं और इसके पीछे एक बड़ा कारण है। दरअसल, सेंटर सरकार ने हिंदुस्तान जीत की वेदांता के जीत के मामले खरीदने की योजना का विरोध किया है। हिंदुस्तान जीत 2.98 अरब डॉलर (24,649 करोड़ रुपये) में वेदांता लिमिटेड के जीते हुए ऐसेट्स खरीदने की कवायद कर रही है। सेंटर सरकार का मानना है कि इस सौदे के गठन पर संशय है।
सरकार ने कहा है कि वो इस प्रस्तावित सौदे के लिए वो कानूनी विकल्पों की मांग कर रही है। सरकार ने वेदांता के जीत के मामलों को खरीदने के लिए हिंदुस्तान जीत को किसी और तरीके की तलाश करने और कैशलेस तरीके पर काम करने के लिए कहा है।
इस डील के बारे में पहले भी परदे पर आ चुके हैं जब कंपनी ने कहा था कि वो मतभेदों को व्यवस्थित करने के लिए देश के खनन मंत्रालय के साथ चर्चा करने की योजना बना रही है। चूंकि सरकार ने वेदांता के ऐसे फॉर्म्यूएशन को लेकर कई तरह की चिंताएं जुड़ी थीं। सरकार की ओर से नियुक्त किए गए निदेशकों की ओर से मुख्य रूप से ये विदेश सामने आए हैं, जिनका नाम फरीदा नाइक, वीना कुमारी डर्मल और निरुपमा कोटरू हैं।
वेदांता समूह की जीत के मामले जो कि दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया में हैं, उनकी पेरेंट कंपनी वेदांता रि तस्वीरों की वजह को लेकर गंभीर चिंताएं सरकार की ओर से दी गई हैं। फाइनेंशियल इंफॉर्मेशन का कहना है कि फॉर्म्युएशन के आधार पर हिंदुस्तान की जीत के बहुलांश खाते के लिए ये डील उनके हित में नहीं है। गौर करने वाली बात ये है कि केंद्र सरकार की हिंदुस्तान जीत में 30 प्रतिशत हाइलाइट्स हैं और वेदांता की करीब 65 प्रतिशत हाइलाइट्स इस कंपनी में हैं।
किस भाव पर हैं हिंदुस्तान जीत के शेयर
आज दोपहर 1 बजकर 45 मिनट पर हिन्दुस्तान का शेयर 2.15 रुपये या 0.66 प्रतिशत की गिरावट के बाद 321.80 रुपये प्रति शेयर पर ट्रेड कर रहा था।
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