नकली भारतीय मुद्रा नोट: नोएडा की राजधानी सिकंदराबाद में पकना नोट छापने के आरोप में सोमवार को दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है, इसमें एक महिला भी शामिल है। पुलिस के अनुसार, दोनों पकना भारतीय नोट (FICN) की छपाई और वोग में कथित रूप से शामिल थे और पकना नोट को पहचान और अन्य राज्यों में दावा किया गया था। इसके पास से 27 लाख रुपये मूल्य के पकना नोट बरामद किए गए हैं।
सिकंदराबाद पुलिस ने एक बयान जारी कर कहा, “सूचना के आधार पर पुलिस टीम ने संपत्तियों को चंद्रायनगुट्टा से पकड़ा और उनके पास से पकना नोट और अन्य सामग्री ज़ब्त कर ली।” पुलिस ने कहा कि इस मामले में मुख्य संदेह महिला भ्रांति का भाई है। सचेत महिला के भाई ने अपनी बहन के साथ मिलकर नोट तैयार करने के लिए कच्चा मालिक 500 रुपये के खुला नोट छपवाए थे।
ऑटो ड्राइवर की मदद से सामान सेट
पुलिस ने बताया कि दशक भाई को गुजरात में पकना नोटों की आपूर्ति करने के लिए राज्य पुलिस ने जनवरी में गिरफ्तार किया था। सिकंदराबाद पुलिस ने कहा, बाद में मुख्य संदिग्ध की बहन ने एक और दशक में एक ऑटो ड्राइवर से संपर्क किया। उसने पकना भारतीय नोट और छपाई करने के सामान के साथ उन्हें चंद्रायनगुट्टा में स्थानांतरित करवा दिया।
गुजरात में पकड़े गए थे जाली नोट
बता दें कि नोटबंदी के बाद भी पकना नोटों की छपाई और उनका प्रसार का कारोबार नहीं है। पिछले महीने यानी जनवरी में गुजरात की राजकोट पुलिस ने पकना नोट चलाने वाले एक रैकेट का भंडाफोड़ किया था। बस्ती पुलिस ने सात लोगों को गिरफ्तार किया है। गैंग ने अंगदिया पेढ़ी (पारंपरिक कूरियर सेवा) के माध्यम से बाजार में 35 लाख रुपए के पकना नोटों को उतारा था।
इसके अलावा जनवरी में ही उत्तर प्रदेश के शिकोहाबाद थाना पुलिस ने पकना नोट छापने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया था। इस मामले में पुलिस ने 5 जालसाजों को गिरफ्तार किया था। उत्तर प्रदेश में 3 पकड़े में पकाने वाली नोट बनाने की फैक्ट्री संचालित कर रहे थे। वहीं पुलिस ने निशान के पास से 3 लाख रुपये के पकना नोट भी बरामद किए थे।
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