पटना मर्डर केस: बिहार की राजधानी पूर्वांचल के फतुहा इलाके से सटे जेठुली गांव में हुए गोलीकांड के दूसरे दिन भी स्थिति बनी हुई है। पार्किंग को लेकर उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार की सुबह ग्रसित गुट ने लाश में आकर हत्या के बड़े भाई उमेश राय के घर, चौकियों और मैरिज हॉल को आग के चक्कर में डाल दिया।
मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल को तैनात किया गया है। वहीं, सोमवार की दोपहर की तीसरी मौत हुई है। घायल अवस्था में गोली लगने से मुनारिक राय का इलाज पीएमसीएच में चल रहा था, जिसके बाद आज दोपहर को उन्होंने भी दम तोड़ दिया।
अन्य दो की हालत काफी गंभीर है। इस मामले में पुलिस ने अब तक 7 बदमाशों को गिरफ्तार किया है। बाकी अटैचमेंट की गिरफ्तारी के लिए पुलिस का डॉक्युमेंट जारी है। इससे पहले साल 2022 में ऐसे ही गोलीकांड से बेगूसराय दहल उठाया था। इसमें 4 ऑप्टिक ने 40 किलोमीटर तक सड़क पर अंधाधुंध फायरिंग की थी.
क्या था पुतकांड मामला
पिछले रविवार को बच्चे राय ने गांव की एक चिंता जमीन पर गिट्टी गिराकर ट्रैक्टर को वहीं खड़ा कर दिया था। करीब 12:00 मुनारिक राय वहां पहुंचकर बच्चे राय से ट्रैक्टर हटाने की बात की। इस दौरान मुनारिक राय अपनी कार पार्क करने लगे। इसी दौरान पार्किंग को लेकर दोनों के बीच काफी कहासुनी हुई।
दोनों के बीच बहस इतनी तेज हो गई कि वहां पर बच्चे राय के समर्थक पहुंच गए और फायरिंग करने लगे। इस फायरिंग में 50 राउंड हुए मुनारिक राय जिसमें 5 लोगों को गोली लगी। इसमें गौतम कुमार राय (25) और रोशन कुमार (18) की मौत हो गई। इस पर पुलिस ने बच्चे राय के भाई उमेश राय सहित 7 लोगों को गिरफ्तार कर लिया।
वहीं, बच्चे की राय की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की नजर है। सोमवार को एक बार फिर से पीड़ित गुट ने आगजनी की। इसके बाद से जेठुली गांव में ग्रामीण एसपी, फतुहा डीएसपी और भारी संख्या में पुलिस कैंपिंग कर रही है।
कौन है भाई राय
जेठुली गांव के लोगों के अनुसार, दशक बच्चे राय की दबंग छवि है और एक राजनीतिक दल के साथ उसके अच्छे संबंध भी हैं। इसके कारण पूरे इलाके में बच्चे राय का काफी दबदबा भी है। ठेस के अनुसार, बच्चा राय ने अवैध रूप से चारों ओर की जमीनों पर कब्जा कर लिया है।
जमीन को लेकर विवाद
जेठुली गांव के लोगों के अनुसार, बच्चे राय और मुनारिक राय के बीच जमीन को लेकर लंबे समय से विवाद है। 6 कट्ठे को लेकर जमीन को लेकर बालक और मुनारिक के बीच विवाद हो गया। 6 कट्ठे की जमीन सड़क पर है, जिसकी कीमत 3 करोड़ रुपये है। इस जमीन को अपना बताने का दावा करते हैं कि दोनों गुट कर रहे हैं। अभी इस जमीन पर बच्चे राय का कब्जा है।
क्या था बेगूसराय गोलीकांड
साल 2022 के सितंबर महीने में बिहार के बेगूसराय में ऐसा ही एक गोली कांड हुआ था। इसमें अपने दायरे को लेकर दिखावट फैलाने की मंशा से 4 जाल ने 40 किलोमीटर तक सड़क पर अंधाधुंध फायरिंग की थी। बेगूसराय से पुणे तक करीब 40 मिनट तक चली इस फायरिंग में 1 की मौत हुई थी और 10 लोग घायल हुए थे।
इस घटना की फुटेज भी सामने आई थी। जिसके आधार पर पुलिस ने मामले में शामिल संदिग्धों की फोटोज जारी की थी। घटना के करीब 2 दिन बाद सभी दंगे अरेस्ट हो गए थे। इनमें बेगूसराय का कुख्यात केशव कुमार बिल्कुल नागा, सुमित, अर्जुन और अर्जुन शामिल थे। इस मामले को राजनीतिक माइल भी बनाया गया था।
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