एनआईए का छापा: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) लगातार भारत में अजनबियों-आतंकी सिंडिकेट पर नकेल कसने का काम कर रही है। इसी कड़ी में एजेंसी ने मंगलवार (21 फरवरी) को पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में 70 से अधिक रिश्तेदार जुड़े हुए हैं। ये दस्तावेज़ अभी भी चल रहा है। जानकारी के अनुसार, एनआईए की आवश्यकताओं पर लॉरेंस बिश्नोई, दिलबाग सिंह और सुरेंद्र अरि चीकू सहित कई बेरोजगारों के ठिकाने हैं। अकेले पंजाब में ही 30 ठिकानों पर एनआईए की रेड चल रही है।
आपको बता दें कि भारत में रजिस्टर और दुश्मनी के बीच एक सिंडिकेट काम कर रहा है, जिसे तोड़ने के लिए पिछले 6 महीने में NIA की ये तीसरा बड़ा अलर्ट है। लॉरेंस बिश्नोई गैंग के सदस्यों से लगातार पूछताछ की जा रही है और उसी विवरण पर रेड की गई है। अभी तक की जांच से पता चला है कि लॉरेंस, दिलबाग सिंह और सुरेंद्र जैसे बेरोजगारों ने कई लोगों को पैसा उगाही के धंधे में डाला था। एनआईए ने ऐसे लोगों की पहचान भी कर ली है।
खतरा पैदा करने के लिए स्प्रेडशीट
आपको ये जानकारी हैरानी होगी कि अजनबियों की सूची में आम लोग, बिजनेसमैन, शिंगर, डॉक्टर, अवैध खनन करने वाले, शराब का धंधा करने वाले, हथियार का धंधा करने वाले और ड्रग नेटवर्क चलाने वाले लोग थे। लॉरेंस के सदस्यों ने पूछताछ में ये भी बताया है कि बिश्नोई गैंग इस तरह से संचालित होता था, ताकि आम जनता के मन में एक खतरा पैदा हो सके।
आपूर्ति में कमी कहां से होती है?
मीडिया रिपोर्ट्स की वजह से ग्रुप फंडिंग और सप्लाई सप्लाई करते हैं। जामों के पास पंजाब, हरियाणा और राजस्थान के अलावा उत्तर प्रदेश से भी निराशा की आपूर्ति की जाती है। इन स्टेट्स में लॉरेंस बिश्नोई, दिलबाग सिंह के साथ-साथ लखबीर लांडा और गोल्डी बराड़ भी अपनी झलक दिखाना चाहते हैं। एनआईए इनके ठिकानों पर भी एकता की है। बता दें कि गोल्डी बराड़ ने ही सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड की साजिश रची थी। वहीं कुछ दिन पहले एनआईए ने लखबीर लांडा को कनाडा में बैठे घोषित कर दिया था।
75 मोबाइल फोन से खुलेंगे कई राज
मीडिया रिपोर्ट्स की डिटेल्स तो पिछले कुछ समय में अंपायरिंग और अंपायरिंग के सिंडिकेट से जुड़ी कुछ अहम बातें NIA को पता लगी हैं। बेरोजगारों को हथियार और पैसे के लिए दांव पर रोक लगाने वाले, बेरोजगार, दर्जी, मॉल ऑन, क्रशर व्यवसायी और संपत्ति के सौदे तक हड़पने का काम किया था। पिछले 3 महीने में एनआईए ने अलग-अलग ठिकानों पर रेड कर 75 मोबाइल फोन भी ज़ब्त किए हैं। इन मोबाइल फोन में ही मोस्ट वांटेड जैंजरों का रॉ-चिट्ठा मौजूद है। मंगलवार को रेड की वजह भी यही माना जा रहा है।
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