भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया: मौजूदा विश्व नंबर-1 टेस्ट रैंकिंग टीम ऑस्ट्रेलिया ने जिस समय भारत दौरे के लिए उड़ान भरी थी तो उन्होंने यह नहीं सोचा था कि इस बीच दौरे पर उनका एक से अधिक खिलाड़ी वापस देश लौट आएंगे। पहले 2 टेस्ट मैचों में टीम को बेहद ही आकस्मिक रूप से हार का सामना करना पड़ा। कंगारू टीम के बल्लेबाज पूरी तरह से स्पिन गेंदबाजी आक्रमण के सामने संघर्ष करते हुए नजर आए।
दिल्ली टेस्ट मैच के भी 3 दिन के अंदर खत्म होने के बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम के पास तीसरे टेस्ट मैच से पहले खुद की जिम्मेदारी पर काम करने का एक बड़ा मौका मिला। उससे पहले टीम के कप्तान पैट कमिंस जहां स्वदेश वापस लौट गए वहीं डेविड वॉर्नर भी दूसरे टेस्ट मैच में चोटिल होने की वजह से इस पूरे दौरे से निकल गए हैं।
इसके अलावा तेज समुद्र जोश हेजलवुड जिनके फिट होने की उम्मीद टीम टेस्ट सीरीज से पहले कर रही थी वह भी अब इस पूरी सीरीज से बाहर हो चुके हैं। इसके अलावा बाएं हाथ के स्पिन समुद्र एश्टन एगर को बीच दौरे से ही टीम ने वापस देश भेजने का फैसला किया है ताकि वह वहां पर घरेलू मैच खेल सके।
अचानक एक खिलाड़ी ने शुरुआत की
भारत दौरे के लिए जिस समय ऑस्ट्रेलियाई टीम का ऐलान किया गया था उसमें बाएं हाथ के स्पिन मार मैथ्यू कुहनेमन का नाम शामिल नहीं था। पहले टेस्ट मैच के बाद जब माइकल स्वेप्सन स्वदेश लौटे तो उनकी अचानक टीम में शामिल होने के साथ दूसरे टेस्ट मैच में सीधे डेब्यू कर गए। इस दौरे पर अभी तक ऑस्ट्रेलियाई टीम की रणनीति पूरी तरह से सभी की समझ से अन्य ही नजर आई है।
हालांकि टीम के लिए अभी तक जो एक अच्छी खबर रही है वह माइकल स्टार्क और कैमरून ग्रीन का पूरी तरह से दो टेस्ट मैच हारने के लिए फिट घोषित होना है। इसके बावजूद यह नहीं कहा जा सकता है कि प्लेइंग इलेवन में शामिल होने के बाद यह खिलाड़ी अपने प्रदर्शन टीम को कितना योगदान देने में योग्यता हो सकता है।
मिशेल स्टार्क को भारत में अभी तक सिर्फ 4 टेस्ट मैच खेलने का अनुभव हासिल है, जिसमें वह 50.14 के औसत से सिर्फ 7 विकेट ही हासिल कर सकते हैं। वहीं कैमरून ग्रीन पहली बार भारत में टेस्ट मैच खेल सकते हैं।
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