पाकिस्तान पर एस जयशंकर: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने गुरुवार को पाकिस्तान में जारी आर्थिक संकट को लेकर बड़ी बयानबाजी की। उन्होंने कहा कि कोई भी देश मुश्किल स्थिति से बाहर नहीं निकल सकता है और यदि उनका मूल उद्योग आतंक है तो जल संबंधी ताकतें नहीं बन सकती हैं। विदेश मंत्रालय की ओर से आयोजित एशिया आर्थिक बातचीत में उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के संबंध में आतंकवाद के सिद्धांत हैं। हमें इससे इंकार नहीं करना चाहिए।
एस. जयशंकर ने कहा कि पाकिस्तान की मौजूदा मुश्किलों में उनकी मदद की जाए या नहीं, इस पर फैसला लेने से पहले स्थानीय जनभावनाओं को देखें। चीन को लेकर जयशंकर ने कहा कि चीन के साथ हमारे संबंध में आर्थिक संबंध वास्तव में बहुत गंभीर, बहुत अधिक पीड़ित हैं। चीन के साथ व्यापार बढ़ाने की जिम्मेदारी सिर्फ सरकार की नहीं बल्कि कारोबारियों की भी है।
इससे पहले गुरुवार को एक अन्य कार्यक्रम में विदेश मंत्री ने कहा था कि आज भारत की छवि ऐसी देश की बन गई है जो अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा के संरक्षण के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है। हर देश की अपनी आशंकाएं हैं और कोई चुनौती राष्ट्रीय सुरक्षा से समान महत्व की नहीं हो सकती है।
उन्होंने कहा कि भारत एक ऐसा देश है जिसे न तो छद्मा जा सकता है और न ही वह एक हद से अधिक सीमा को लांघने देगा। जयशंकर ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में हमारी पश्चिमी सीमा पर लंबे समय से परीक्षा ली जा रही है। मैं खतरनाक हूं कि चीजें इस बार थोड़ी अलग हैं और सभी लोग इस बात से सहमत होंगे। कुछ चीजें साल 2016 और 2019 के बीच हुईं।
रूस-यूक्रेन जंग का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि इस संघर्ष के कारण जिस तरह का दबाव आया, ऐसे क्षण भी आए जब हमारे स्वतंत्र भाव और विश्वास को परखने का प्रयास किया गया। उन्होंने कहा कि हमें एक स्वतंत्र और दूसरे के अधिकारों के लिए खड़े होने के रूप में देखा जा रहा है और इसके साथ ही हम ग्लोबल साउथ की आवाज भी बन रहे हैं।
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