यूपी बजट सत्र 2023: उत्तर प्रदेश (उत्तर प्रदेश) विधानसभा बजट के छठे दिन यानी शनिवार (25 फरवरी) को योगी आदित्यनाथ और सपा प्रमुख अखिलेश यादव के बीच काफी नोकझोंक देखने को मिला. यह विवाद तब शुरू हुआ जब अखिलेश ने उमेश पाल की हत्या को लेकर राज्य सरकार से जवाब मांगा सीएम और योगी ने इसकी तीखा पलटवार किया।
कार्यकर्ता समाजवादी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि ‘इस पार्टी ने अपराधियों और माफिया को न सिर्फ पाला-पोसा बल्कि उन्हें विधायक और सांसद तक बनाया है। बीजेपी के नेतृत्व वाली मौजूदा सरकार प्रयागराज मामले में दोषी करार जा रहे माफिया को ‘मिट्टी’ में मिला देंगे’। मुख्यमंत्री के बयानों पर सदन में सपा और प्रमुख के नेता अखिलेश यादव ने स्पष्ट रूप से नाराजगी जताई।
राज्यपाल के अभिभाषण के बीच लगाम लगाई गई
इसी दौरान सपा के सदस्यों के बीच सदनों ने आकर नारेबाजी की। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना के आग्रह पर एसपीए सदस्य अपनी जगह पर चले गए और फिर उत्तर का भाषण शुरू किया। आदित्यनाथ ने भी अपने शपथ के दौरान सपा और नेता प्रतिपक्ष पर तंज किया। यह उस समय तक रुका हुआ था योगी आदित्यनाथ राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देने के लिए रुके थे।
‘माफिया को बार-बार विधायक बनाया’
योगी ने कहा कि जिस माफिया ने कांड किया है वह उत्तर प्रदेश के बाहर है और वह माफिया समाजवादी पार्टी का साथ ही बार-बार विधायक और सांसद बना है। यही नहीं वर्ष 2004 में भी वह माफिया इन लापता लोगों के सहयोगी से सांसद बना था। यह लोग चोरी और सीनाजोरी करने का काम कर रहे हैं। उन माफियाओं की मिट्टी में मिलाने का काम हमारी सरकार करती है। यही नहीं वर्ष 2004 में भी वह माफिया इन लापता लोगों का सहयोगी से सांसद बना था।
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