सिसोदिया की गिरफ्तारी पर सीबीआई का बयान: दिल्ली के कथित शराब घोटाला मामले में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को सीबीआई ने रविवार (26 फरवरी) की शाम गिरफ्तार कर लिया है। सिसोदिया को गिरफ्तार करने से पहले आठ घंटे की लंबी पूछताछ हुई। जानकारी के अनुसार पूछताछ में उनसे कई सवाल किए गए। सवालों का सही जवाब नहीं देने पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।
सीबीआई अब सिसोदिया को सोमवार (27 फरवरी) को अदालत में पेश करेगी। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, सीबीआई ने सिसोदिया को नष्ट करने के आरोप में गिरफ्तार किया है। सिसोदिया को गिरफ्तार करने के बाद सीबीआई ने एक बयान भी जारी किया है। सीबीआई ने कहा, “सिसोदिया जांच में सहयोग नहीं कर रहे थे, इसलिए उन्हें गिरफ्तार किया गया है।”
नई शराब नीति में घोटाले के आरोप
सीबीआइ ने अपने बयान में कहा है, “साल 2021-22 के लिए बनाई गई आबकारी नीति में गड़बड़ी के मामले में डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और 14 अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था।” सीबीआई ने कहा, “मुंबई की एक निजी कंपनी के सीईओ व 06 अन्य के खिलाफ 25 दिसंबर 2022 को आरोप पत्र दायर किया गया है। आगे की जांच की जा रही है।”
सिसोदिया की गिरफ्तारी का कारण
सीबीआई ने कहा, “सिसोदिया को 19 फरवरी 2023 को जांच में शामिल होने के लिए नोटिस दिया गया था। उन्होंने अपनी व्यस्तता का हवाला देकर एक सप्ताह का समय मांगा था। उनकी इस मांग को स्वीकार करते हुए 26 फरवरी को जांच में शामिल होने का हुआ। नोटिस दिया गया था। आज यानी रविवार (26 फरवरी) को उन्हीं सवालों को फिर से दोहराए गए सच का जवाब उन्होंने 17 अक्टूबर 22 को पूछताछ के दौरान नहीं दिया था।’
मनीष नहीं दे रहे थे सवालों के जवाब
सीबीआई का कहना है कि सिसोदिया ने एक बार फिर सवालों के जवाब देने की कोशिश की। सीबी ने कहा, “वह न केवल जानकारी छिपा रहे थे, बल्कि टीम को बरगलाने की कोशिश कर रहे थे। इसके बाद उनकी गिरफ्तारी की गई।” सीबीआई का कहना है कि जांच के दौरान ऐसे सबूत जुटाए गए थे जिससे उनकी संलिप्तता साबित होती है। इसी से जुड़े सवालों के जवाब सिसोदिया नहीं दे सके.
बोले- गंदी राजनीति है
जानकारी के मुताबिक, सिसोदिया का मेडिकल ट्रायल सोमवार (27 फरवरी) सुबह किया जाएगा। इसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा। वहीं सिसोदिया की गिरफ्तारी का आम आदमी पार्टी ने विरोध किया है। दिल्ली के अरविंद अरविंद ने कहा, “मनीष बेकसूर हैं. उनकी गिरफ्तारी गांधी राजनीति है. मनीष की सदस्यता से लोगों में बहुत रोष है. लोग सब देख रहे हैं. लोगों को सब समझ आ रहा है. लोग इसका जवाब देंगे. इस से हमारे हौसले और बढ़ेंगे हमारा संघर्ष और बढ़ जाएगा।”