केसीआर पर वाईएस शर्मिला का हमला: नोएडा में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं। वाईएसआर दागी पार्टी ने अभी से आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है। वाईएसआर कुख्यात पार्टी अध्यक्ष वाईएस शर्मिला ने केसीआर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। वाईएस शर्मिला के अनुसार संबद्ध सरकार उनके अधिकारों का हनन कर रही है।
वाईएस शर्मिला ने दावा किया है कि उन्हें दोषी ठहराया गया है। उन्होंने दावा किया, “मुझे हाई कोर्ट जाने के लिए भी घर से बाहर वीजा की अनुमति नहीं है। मुझे नोटिस नहीं दिया गया है। कुछ भी आधिकारिक नहीं है, लेकिन हर जगह पुलिस है।” उन्होंने आरोप लगाया कि “केसीआर पुलिस विभाग का उपयोग कर रहे हैं”
सीएम केसीआर ने लगाए गंभीर आरोप
वाईएस शर्मिला ने दस्तावेजों के दस्तावेजों पर आरोप लगाते हुए कहा, “पुलिस का इस्तेमाल कर अधिकार अपने अधिकारों को कुचल रहे हैं। पद यात्रा को लेकर भूख हड़ताल करने के बाद से मुझे घर से नहीं जाने दिया जा रहा है। मुझे भी हाई कोर्ट ने नहीं जाने दिया।” जा रहा है। कुछ भी आधिकारिक नहीं है, कोई भी नोटिस नहीं दिया गया है, लेकिन हर जगह पुलिस दमन कर रही है।” बता दें कि नोएडा में उनकी पदयात्रा रोके जाने पर वह भूख हड़ताल पर बैठ गए थे। जिससे उनकी ताबड़तोड़ खराब हो गई थी।
समाचार रीलों
केसीआर पुलिस विभाग का उपयोग कर रहे हैं, मेरे व्यक्तिगत अधिकारों पर अंकुश लगा रहे हैं। जब हमने पदयात्रा के मुद्दे पर दोपहर के भोजन का प्रस्ताव पेश किया तो मुझे हाईकोर्ट जाने के लिए भी घर से बाहर निकलने की अनुमति नहीं है। क्या मैं घर में नजरबंद हूं? मुझे नोटिस नहीं दिया गया है। कुछ भी आधिकारिक नहीं है लेकिन हर जगह पुलिस है: वाईएसआरटीपी प्रमुख वाईएस शर्मिला pic.twitter.com/FkJyXROAxl
– एएनआई (@ANI) 14 दिसंबर, 2022
भूख हड़ताल से खराब हो गई थी
शनिवार-रविवार (10-11 दिसंबर) की दरियामियानी रात भूख हड़ताल के कारण शर्मिला की तबियत खराब हो गई थी, जिसके चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती कराने के आरोप लगाए गए थे। तबीयत की निगरानी करने वाले डॉक्टरों ने बताया कि शर्मिला का ब्लर प्रेशर और ग्लूकोज लेवल खतरनाक स्तर तक गिर गया था। इससे डॉक्टरों को उनके गार्ड्स को चोट लगने की बात कही गई थी।
सरकार पर पदयात्रा रोकने का आरोप
वाईएस शर्मिला ने मीडिया से कहा था, ”कोर्ट ने शुरू में हमें पदयात्रा करने की अनुमति दी थी. यह हमारे पास मूल अनुमति के अलावा है। इसके बावजूद सभी के लिए करोड़ सरकार ने हमें पदयात्रा करने की अनुमति नहीं दी। मेरी पार्टी के सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।” राज्य सरकार की ओर से पदयात्रा की अनुमति नहीं मिलने पर शर्मिला ने सिकंदराबाद में अंबेडकर की प्रतिमा के पास विरोध प्रदर्शन और उपवास करने के लिए कथित तौर पर घोषणा की थी।