हीट स्ट्रोक पर स्वास्थ्य मंत्रालय की सलाह: देश के कुछ स्थानों पर तापमान में असामान्य संबंध के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार (28 फरवरी) को एक परामर्श जारी किया। इसमें लू के खिलाफ सुरक्षा को लेकर ‘क्या करें और क्या ना करें’ की सूची दी गई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की ओर से वर्ष 2023 के लिए पहली गर्मी की चेतावनी जारी करने के बाद यह सूची जारी की गई।
गर्मी के तेज में क्या करें और क्या न करें
गर्मी से संबंधित शिकायतों से नागरिकों के लिए बनी राष्ट्रीय कार्य योजना के तहत मंत्रालय ने नागरिकों को सलाह दी है कि वे गर्मी के दौरान अधिक प्रोटीन वाले भोजन लेने और सावधानी से बचें। इसके अलावा लोगों को धूप से बचने के लिए दोपहर 12 बजे से 3 बजे के बीच बाहर नहीं जाने के लिए कहा जाता है।
मंत्रालय ने परामर्श में लोगों से यथासम्भव पर्याप्त मात्रा में पानी पीने के लिए कहा है, भले ही पृष्ठ न शुरू हों। लोगों को ओरल रिहाइड्रेशन दर्ज (ओरेड्स), घर में निर्मित पेय पदार्थ जैसे नींबू-पानी, दही, छाछ, लस्सी, नमक के साथ मौसमी के जूस का उपयोग करने के लिए कहा गया है। इसके अलावा घर में प्रमाणिक और ठंडे स्थान पर रहने की सलाह दी जाती है।
साइट्रेट का सेवन करें
इसमें लोगों को सलाह दी जाती है कि संतरे जैसे कि तरबूज, नींबू, नींबू, संतरा का सेवन करें। हलके रंग के गोदी-ढीले सूत्री वस्त्र जार्ज। पारामर्श में नंगे पैर नहीं नंगे पैर और खुली धूप में जाते समय छांव, टोपी, अपना या किसी अन्य पारंपरिक चीज से सिर को लपेटने की सलाह दी जाती है।
लोगों से कहा गया है कि वे ‘गर्मी जनित तनाव’ (हीट स्ट्रेस) के लक्षणों पर नजर रखें। इसके तहत चक्कर आना या बेहोशी, मतली या उल्टी, सिरदर्द, अत्यधिक पत्ते, असामान्य रूप से गहरे पीले रंग का, पेशाब में कमी और सांस की गति और दिल की धड़कन बढ़ना शामिल है। इसमें बच्चे और पालतू जानवरों को वाहन में रुकने की सलाह नहीं दी गई है, क्योंकि वाहन के अंदर का तापमान उनके लिए खतरनाक साबित हो सकता है।
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