एयर इंडिया पी गेट मामला: एयर इंडिया के पायलट का निलंबन वापस लेने से नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) ने बुधवार (1 मार्च) को मना कर दिया। यह उस विमान को चला रहे थे, जिसमें एक पुरुष यात्री ने कथित रूप से यात्री पर पेशाब कर दिया था।
दरअसल, पिछले साल 26 नवंबर को एयर इंडिया की फ्लाइट न्यूयॉर्क से दिल्ली आ रही थी। महिला यात्रियों पर आरोप लगाने का आरोप शंकर मिश्रा पर लगा था। डीजीसीए ने बाद में यह आरोप लगाया कि पायलट ने कुछ नहीं कहा, जिस वजह से हम उन्हें तीन महीने के लिए भेज रहे हैं। इस फैसले को पायलट और यूनियनों ने चुनौती दी थी।
मामला क्या है?
आरोप है कि मिश्रा ने पिछले साल 26 नवंबर को न्यूयॉर्क से दिल्ली आ रही एयर इंडिया की फ्लाइट के बिजनेस क्लास में 70 साल की एक महिला पर कथित तौर पर पेशाब किया था। इसके बाद महिला यात्री ने पूरे मामले की शिकायत दिल्ली पुलिस से 4 जनवरी को की थी। विवेक मिश्रा को 7 जनवरी को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन उन्हें 31 जनवरी को बेल मिल गया था। बता दें कि डीजीसीए मामले में एयर इंडिया पर भी 30 लाख रुपये का जुर्माना लगा है।
डीजीसीए ने पायलट को तीन महीने के लिए निलंबित कर दिया, जिसने 26 नवंबर को न्यूयॉर्क-दिल्ली उड़ान संचालित की, जहां एस मिश्रा नामक एक यात्री ने कथित तौर पर एक महिला पर पेशाब किया, एक निर्णय जिसे पायलट और यूनियनों द्वारा चुनौती दी गई थी।
– एएनआई (@ANI) 1 मार्च, 2023
डीजीसीए के प्रमुख ने क्या कहा?
डीजीसीए के प्रमुख अरुण कुमार ने मंगलवार (28 फरवरी) को मामले में कहा कि एयर इंडिया ने इस मामले को छिपाने की कोशिश की थी। उन्होंने दावा किया कि एयर इंडिया की लापरवाही के कारण पेशाब संबंधी घटना हुई थी। डीजीसीए प्रमुख ने आगे बताया कि वो ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि मामले को रिपोर्ट ही नहीं किया गया था।
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