चीन आर्थिक विकास: कोरोना महामारी से चीन की अर्थव्यवस्था (चीन की अर्थव्यवस्था) को बहुत बड़ा नुकसान होगा। साल 2022 में कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण चीन का आर्थिक विकास (चीन आर्थिक विकास) दर केवल 3 प्रतिशत रह गया। अब साल 2023 में भी चीन के विकास दर में मामूली सुधार देखने को मिल सकता है। चीन को उम्मीद है कि इस साल उसकी अर्थव्यवस्था में 5 प्रतिशत की दर से वृद्धि हुई है। China’s National People’s Congress (NPC) ने अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कहा है कि इस साल चीन का कब्जा केवल 5 फीसदी के हिसाब से (चीन आर्थिक विकास 2023) से निर्दिष्ट है। यह पहले के अनुमान से भी कम है। इससे पहले चीन की रिपोर्ट ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया था कि साल 2023 में सरकार चीन के आर्थिक विकास दर 6 प्रतिशत के आसपास चेतावनी दे सकती है, लेकिन अब इसे केवल 5 फीसदी ही रखा गया है।
चीन की आर्थिक स्थिरता पर जोर है
लाइव मिंट में छपी रिपोर्ट के अनुसार चीन के प्रीमियर केकियांग ने कहा कि इस समय चीन आर्थिक स्थिरता पर जोर दे रहा है। इस साल देश के शहरी क्षेत्रों में कम से कम 12 अरब नई नौकरियों की सृजन का लक्ष्य रखा गया है, जो पिछले साल की तुलना में 1 अरब ज्यादा हैं। बता दें कि पिछले साल चीन की गिरावट 3 फीसदी (2022 में चीन की जीडीपी) रही है जो पिछले 40 सालों में सबसे कम दर्ज की गई है। यह सबसे बड़ा कारण है कोरोना पर प्रतिबंध। सरकार द्वारा लागू किए गए जीरो अनिश्चितताओं के कारण देश की आर्थिक गतिविधियां चरमराने लगी हैं और इसका प्रभाव इकोनॉमी दिखने लगा है।
कितना सरकारी घाटा होगा
साल 2023 में चीन में सरकारी घाटे का लक्ष्य 3 फीसदी तय किया गया है। यह पिछले साल 2.8 प्रतिशत था। ऐसे में इसमें 0.2 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की जा रही है। ऐसा माना जा रहा है कि चीन की सरकार कोविड-19 से प्रभावित इकोनॉमी को ठीक करने के लिए बड़ी कोशिश कर रही है। बता दें कि साल 2021 में चीन की छलांग 8.1 फीसदी थी जो साल 2022 तक गिरकर 3 फीसदी पर आ गई थी। अब साल 2023 में इसके 5 प्रतिशत से बढ़ने का अनुमान है।
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