अदानी शेयर की कीमत: अदानी ग्रुप (Adani Group) पिछले कई महीनों से शेयर बाजार (Share Market) के लिए अहम बना हुआ है। इस साल तो खैर अडानी ग्रुप के शेयर (Adani Group Stocks) ही सुरखियां बटोर रहे हैं। जनवरी के अंत में एक विवादास्पद रिपोर्ट (हिंडनबर्ग रिपोर्ट) सामने आने के बावजूद अडानी ग्रुप के स्टॉक में गिरावट (Adani Stocks Collapse) का दौर शुरू हुआ, लेकिन अब लगता है कि फिर से ये स्टॉक्स फ़्लाइट (Adani Stocks Rally) भरेंगे हैं। पिछले कुछ दिनों से लगातार अडानी के शेयर में तेजी से जारी है। आज सोमवार को भी यही जारी रहा और ग्रुप के सिक्स स्टॉक्स पर अपर सर्किट (अडानी स्टॉक्स अपर सर्किट) लग गया।
इनस्टॉक पर लगा अपर सर्किट
बीएसई (बीएसई) के आंकड़ों को देखें तो आज अडानी ग्रुप की छह ऑर्गनाइज़र अडानी ग्रीन (अडानी ग्रीन), अडानी पावर (अडानी पावर), अडानी दस्तावेज़ (अडानी ट्रांसमिशन), अडानी विल्मर (अडानी विल्मर), अडानी टोटल गैस (अडानी टोटल गैस) ) और एनडीटीवी (NDTV) के स्टॉक पर अपर सर्किट लग गया। वहीं ग्रुप की प्रमुख कंपनी अडानी इंटरप्राइजेज (अडानी एंटरप्राइजेज) के स्टॉक में भी अच्छी खासी तेजी से देखने को मिली। कारोबार के दौरान अडानी एंटरप्राइजेज का शेयर करीब 10 फीसदी तक लुढ़का। हालांकि बाद में इसकी तेजी पर कुछ लगने लगा।
सिर्फ दो स्टॉक में गिरावट
वहीं अडानी ग्रीन, अदानी पावर, अदानी ट्रांसमिशन, अदानी विल्मर, अदानी टोटल गैस और एनडीटीवी के शेयर 5-5 प्रतिशत की वृद्धि के निर्धारण में तय रहे। अदानी समूह की एक अन्य कंपनी अदानी पोर्ट्स (अडानी पोर्ट्स) भी शुरुआत में अच्छी तेजी से दिखाई दी और 04 प्रतिशत से अधिक उछल गई, लेकिन बाद में इसकी बढ़त कम हो गई और मामूली फायदे के साथ बंद हो गई। उसी ग्रुप के शेयर स्टॉक एसीसी (एसीसी) और अंबुजा एड्रेस (अंबुजा सीमेंट) में आज थोड़ी-बहुत गिरावट देखने को मिली।
ऐसा हो रहा है आज का प्रदर्शन:
कंपनी का नाम | आज का बंद भाव (बीएसई पर, रुपये में) | बदलाव (फिसदी में) |
एनडीटीवी | 231.10 | 5.00 |
अडानी इंटरप्राइजेज | 1980.50 | 5.38 |
अडानी ग्रीन | 590.10 | 5.00 |
अडानी पोर्ट्स | 687.80 | 0.50 |
अदानी पावर | 177.90 | 4.99 |
अडानी रीसर्चिंग | 780.90 | 4.99 |
अडानी विल्मर | 439.20 | 5.00 |
अदानी कुल गैस | 820.90 | 4.99 |
एसीसी | 1866.00 | -1.48 |
अंबुजा कार्यक्षेत्र | 385.00 | -1.79 |
इस तरह से थे शेयर
आपको बता दें कि अमेरिका की शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग ने 24 जनवरी को एक रिपोर्ट जारी की थी। उक्त रिपोर्ट में अडानी समूह के ऊपर स्टॉक के भाव में हेर-फेरिट करने सहित कई गंभीर आरोप लगाए गए थे। रिपोर्ट में यह भी कहा गया था कि अडानी ग्रुप के शेयर ओवरवैल्यूड हैं। रिपोर्ट के सामने आने के बाद अडानी ग्रुप के शेयर की चाल बदल गई और लगभग हर कारोबार में ये औंधे मुंह गिर गए। रिपोर्ट आने के करीब एक महीने में अदानी ग्रुप के स्टॉक में 80 फीसदी की भारी-भरकम गिरावट देखने को मिली और ग्रुप का एमकैप 12 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा गिर गया। इसका प्रभाव समूह के रूप में गौतम अडानी की नेटवर्थ के ऊपर भी हुआ। एक बार दुनिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति बनने वाले गौतम अडानी रिपोर्ट आने के बाद दुनिया के रईसों की सूची में लूपर टॉप-30 से भी बाहर हो गए।
अडानी ग्रुप ने किया ये उपाय
हालांकि हिंडनबर्ग की ओर से अडानी समूह की रिपोर्ट में जैज को खारिज कर दिया गया था। इसके बाद समूह ने गारंटी की गारंटी जीतने के लिए एक के बाद एक कई उपाय किए। अदानी ग्रुप ने पूरी तरह से सब्सक्राइब हो जाने के बाद भी एफपीओ के लिए अपना पूरा पैसा वापस कर दिया। समूह के रखरखाव और उपायों ने कुछ देर से ही सही, लेकिन असर दिखाना शुरू किया। दूसरी ओर दुनिया के कई दिग्गज निवेशक अडानी समूह के शेयरों को खरीदने की संभावनाएं देख रहे थे।
इनवेस्टर फिर से होने लगे मातृभूमि-माल
रिपोर्ट के बाद किए गए करेक्शन ने एक ऐसा ही एनआरआरई निवेशक राजीव जैन को शानदार मौका दिया। राजीव जैन की कंपनी ने अदानी ग्रुप के 04 स्टॉक अडानी एंटरप्राइजेज (अडानी एंटरप्राइजेज), अदानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन (अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन), अदानी ग्रीन एनर्जी (अडानी ग्रीन एनर्जी) और अदानी एडमिशन (अडानी ट्रांसमिशन) में 15,446 करोड़ रुपये। जैन चंद दिनों में ही हजारों करोड़ रुपये का लाभ प्राप्त कर लेते हैं।