कोच्चि आग: कोच्चि के ब्रह्मपुरम में स्थित वेस्ट प्लांट में लगी आग से पूरा कोच्चि शहर गंदगी की चपेट में है। आग पर उपाय करने के लिए सोमवार (06 मार्च) को प्रयास जारी रहे। दमकल के 30 दावे, नौसेना के 2 हेलीकॉप्टर और 120 से ज्यादा आग से बचने वाले कर्मियों के अलावा अन्य लोगों ने अपना प्रयास जारी रखा। इस प्लांट में आग लगने की वजह से शहर और आसपास के इलाके में खतरनाक जहरीला धुंआ फैल गया।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, जिलााधिकारियों ने कहा है कि हर दमकल वाहन से आग लगने के लिए करीब 40 हजार लीटर पानी का इस्तेमाल कर रहे हैं। ये पानी पास की नदी कदमप्रयार से लाया जा रहा है। वहीं, नौसेना के हेलीकॉप्टरों ने पास के जलयोजन से भाग लिया। फिर भी आग से बुझती हुई दिख रही हो लेकिन वेस्ट के टीले से भारी मात्रा में धुआं अभी भी उठ रहा है।
आयोग ने मानवीय रिपोर्ट रिपोर्ट
इस बीच, मानव संसाधन आयोग ने राज्य के मुख्य सचिव, एर्णाकुलम जिलाधिकारी को निर्देश दिया है कि वो पौधे में आग से दागे के मुद्दों को स्थायी रूप से हल करने के लिए की गई कार्रवाई पर एक रिपोर्ट पेश करें। कोच्चि शहर और पास की ग्राम पंचायतों और नगर निगमों में बेलीबाड़ी, किंडरगार्टन, डे केयर सेंटर और सरकारी सहायता प्राप्त, गैर-सहायता प्राप्त, आप और अपने ही स्कूल की कक्षा एक से कक्षा सात तक सोमवार को बंद रहे। लोगों के घरों के अंदर रहने के लिए कहा गया था और जरूरत पड़ने पर एन-95 मास्क लगाने के लिए भी कहा गया था।
वहीं, बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारियों का कहना है कि बहुत ज्यादा गर्मी की वजह से साल के इस समय यहां आग लगना आम बात है। स्थानीय लोगों ने पहले भी आग लगने और प्लास्टिक की आशंका से होने वाले होने का दावा किया है, स्वास्थ्य खतरों के खिलाफ विरोध किया है। अभी ये अभी साफ नहीं है कि ये आग किस वजह से लगी है।
पीटीआई को एक दमकल कर्मी ने बताया कि जन्म के ढेर के नीचे प्लास्टिक की पहचान गर्म हो गई थी, जिससे ऑपरेशन में देरी हो रही थी। इसलिए ही जन्म नहीं ढेर से उठ रहा जहरीला धुआं भी इसकी वजह बन रहा है। कई कर्मियों को सांस लेने में तकलीफ भी होने लगी है।
ये भी पढ़ें: देखें: मनुस्मृति को चूल्हे में झोंक मील चिकन, फिर उसी से सुलगाई सिगरेट, वीडियो वायरल