जम्मू कश्मीर समाचार: जम्मू कश्मीर पुलिस का आरोप (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने शनिवार (31 दिसंबर) को संकेत दिया कि हिज्बुल मुजाहिदीन के पाकिस्तान स्थित सुप्रीम कमांडर सैयद सलाह के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि सीमा पार से दब गए सभी स्थानीय निगरानी के डोजियर करीब-करीब तैयार कर लिए गए हैं।
वे पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती के इस बयान को खारिज कर देते हैं कि सैंकड़ों युवा जेलों में बंद हैं। साथ ही उन पर ‘छोटी-मोटी बातों’ को लेकर अवैध अपराध निरोधक अधिनियम (यूएपीए) जैसे कठोर आतंकवाद निरोधक कानून निर्ममता से लगाए गए हैं। उन्होंने कहा कि यह व्यक्तिगत धारणा है। हम किसी भी तरह की जांच के लिए तैयार हैं।
क्या कहा पुलिस ने?
सिंह से जब यह पूछा गया कि जिस तरह से दक्षिण कश्मीर में जैश-ए-मोहम्मद के पाकिस्तान स्थित कमांडर आशिक नेंगरू के मकान को और हिजबुल मुजाहिदीन के रिश्तेदार गुलाम नबी खान ने ‘आमिर खान’ के मकान के अतिरिक्त हिस्से को नियुक्त किया। क्या पुलिस उसी तरह भारत के सबसे आतंकवादी आतंकवादी सलाह के खिलाफ कार्रवाई की योजना बना रही है। इसके उत्तर में उन्होंने कहा कि वह दिन दूर नहीं है।
पुलिस प्रमुख ने कहा कि उनमें से कई पहले पाकिस्तान में बैठे थे और आतंकवादी गुट चल रहे थे। उन्हें कुछ कानूनी दायरे में नहीं लाया गया। अब उनमें से ज्यादातर डोजियर तैयार कर लिए गए हैं। उन्हें व्यक्तिगत रूप से जुड़े लोगों के रूप में भी देखा गया है। उन्होंने कहा कि उनके खिलाफ आगे की कार्रवाई कानून के मुताबिक होगी।
आतंकवाद पर पूर्ण विराम लगाना है
उन्होंने आगे कहा कि जम्मू कश्मीर में आतंकवाद पर पूर्ण विराम लगाने के लिए आतंकवाद के पारिस्थितिक तंत्र पर कड़ी कार्रवाई करना अहम है। इस साल हमने सार्वजनिक सुरक्षा कानून के तहत 649 आतंकवाद व्यापार मामले दर्ज किए हैं। इसके साथ ही अटकलों एवं अनुमानों को ले जाने में 50 वाहन ज़्यादा का उपयोग किया जाता है। 28 घरों और अन्य भवनों को गोपनीय रखने के लिए उपयोग करने के लिए सीलबंद किया गया।
हमने अपराध से निपटने की क्षमताएँ बधाइयाँ हैं
उन्होंने कहा कि आतंकवाद जांच एजेंसी अब एक साल से अधिक पुरानी हो गई है। उसने आपराधिक गतिविधियां, खासकर यूएपीए के तहत दर्ज मामलों की जांच में शानदार काम किया है। उन्होंने कहा कि अपराध से निपटने की क्षमता में वृद्धि हुई है। जब यह पता चला कि यूएपीए के मामले बढ़ गए, तब हमने यूएपीए मामलों की जांच में तेजी से आने के लिए खास और कश्मीर संभागों में जिलेस्तर पर विशेष जांच कमेटी बनाई है।
चुनिंदा एक्शन में ही बुलडोजर चलेगा
जालसाजी को जालसाजी करने के लिए बुलडोजर के इस्तेमाल पर सिंह ने कहा कि चुनिंदा कार्रवाई में ही बुलडोजर का इस्तेमाल किया गया। जहां जरूरी होगा, वहीं हम मशीनों का ही इस्तेमाल करेंगे।
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