बीजीटी 2023 में अक्षर पटेल: पूर्व भारतीय विकेटकीपर और बीसीसीआई सिलेक्टर रह चुके सबा करीम का मानना है कि भारतीय टीम को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2023 में अब तक बढ़त में सबसे अहम अक्षर पटेल ने निभाई है। उन्होंने यह भी कहा कि इस चार मैचों की टेस्ट सीरीज में भी भारतीय टीम प्रबंधन को हर हाल में अक्षर को खेलने-11 का हिस्सा बनाना चाहिए।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली जा रही सीमाएं-गावस्कर ट्रॉफी 2023 के शुरुआती तीन मुकाबलों में अक्षर गेंदबाजी में पूरी तरह बेरंग नजर आए। ऑस्ट्रेलिया के पांच पारियों में उन्होंने कुल 39 ओवर फेंके और उन्हें एक विकेट मिला। लेकिन बल्लेबाजी में उन्होंने लाजवाब का प्रदर्शन किया है। उन्होंने इन तीन टेस्ट के पांच पारियों में 185 रन जड़े हैं। इन पांच में से तीन पारियों में वह नाबाद भी हैं। ऐसे में उनका बल्लेबाजी औसत 92.50 का है, जो इस सीरीज में सबसे ज्यादा है।
अक्षर में इन पांच पारियों में दो अर्धशतक जड़े हैं। बल्लेबाजी के लिए मुश्किल विकेट पर इस लाजवाब बल्लेबाजी के आधार पर उन्होंने शुरुआती दोनों टेस्ट में टीम इंडिया की पकड़ को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाई थी। इसी आधार पर सबा करीम ने उन्हें गेंदबाजी में फ्लॉप होने के बावजूद मनपा टेस्ट में भी खेलने-11 में मौका देने की सलाह दी है।
अक्षर के दस्तावेज पर क्या बोले सबा करीम?
इंडिया न्यूज स्पोर्ट्स के साथ बातचीत में सबा ने कहा है, ‘भारत को निश्चित रूप से अक्षर पटेल को खिलाना जारी रखना चाहिए। भारत इस सीरीज में 2-1 से आगे है क्योंकि अक्षर ने लाजवाब बल्लेबाजी की है। हां, उन्हें गेंदबाजी में निश्चित रूप से ज्यादा मौका नहीं मिला क्योंकि ज्यादातर ओवर रवींद्र जडेजा और अश्विन ने किए थे।’ सबा करीम ने यह भी कहा कि वह अहमदाबाद टेस्ट में बाहर बैठकर डिजर्व नहीं करते। मनपाड़ा उनका घर है। उन्हें यहां की दिशा और हालत से अच्छी तरह पेश किया जाता है।
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