असदुद्दीन ओवैसी का शरद पवार पर हमला महाराष्ट्र की राजनीति में अपनी जमीन पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लमीन के राष्ट्रीय अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने एनसीपी प्रमुख शरद पवार पर हमला किया है। उन्होंने नगालैंड में इस पर हमला करते हुए रियो की लीडरशिप स्वीकार कर ली है। ओवैसी ने कहा कि यह दूसरी बार है जब एनसीपी ने बीबीसी का समर्थन किया है।
दरअसल, राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी के मुखिया शरद पवार ने फैसला किया है कि कोई भी राज्य नगालैंड में एनडीपीपी के नेतृत्व का फैसला करेगा, फैसला नहीं करेगा। जबकि राज्य में नेफ्यू के नेतृत्व में बन रही सरकार में बीजेपी पार्टी सहयोगी है। इट लेकर ओवैसी ने ट्वीट कर कहा कि अगर शरद शादाब होते हैं तो उन्हें बी टीम और शैतानों के लिए कहा जाता है।
क्या बोले ओवैसी?
असदुद्दीन ओवैसी ने ट्वीट करते हुए कहा, “मैंने कभी भी बीबीसी का समर्थन नहीं किया और कभी नहीं करूंगा, लेकिन दूसरी बार जब एनसीपी ने बीजेपी का समर्थन किया है और ये आखिरी बार नहीं हो सकता है। अगर “शरद” शादाब होते हैं तो उन्हें बी टीम ने कहा और निराशाओं के लिए दावा किया। साहिब उनके मंत्री नवाब मलिक को जेल में डालने वालों का समर्थन कर रहे हैं। ये मुस्लिम की प्रपत्र है।
क्या है पूरा मामला?
समाचार एजेंसी एनी के अनुसार, ये स्पष्ट नहीं है कि एनसीपी नगालैंड सरकार में दावेदार या बाहर से दावेदार हैं लेकिन शरद पवार ने फैसला किया है कि वो अग्रणी में न जाकर नेफ्यू सरकार की ओर रुख करेंगे। अब इसका असर महाराष्ट्र की राजनीति में भी देखने को मिल सकता है। इसकी वजह यह है कि राज्य में एनसीपी महाविकास अघाड़ी गठबंधन सहयोगी है। ऐसे में ठाकरे और कांग्रेस का रुख देखने वाला होगा। नगालैंड में विधानसभा चुनावों में एनसीपी ने 7 खाते जोड़े हैं।
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