हार्दिक पांड्या की भारतीय टेस्ट टीम में वापसी: भारतीय टीम के स्टार ऑलराउंडर और मौजूदा टी20 इंटरनेशनल कप्तान हार्दिक पांड्या की टेस्ट में वापसी को लेकर बातचीत होने लगी है। अपनी बैक इंजरी के बाद से ही हार्दिक पांड्या टेस्ट टीम से दूर ही हैं। अब एक बार फिर वे टेस्ट क्रिकेट में वापस आने के बारे में सोच रहे हैं। हार्दिक पांड्या अब पूरी तरह फिट हैं और व्हाइट बॉल क्रिकेट में वो शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। शिव सुंदर दासों की चयन समिति और महत्वाकांक्षी पांड्या से विश्व परीक्षण चैंपियनशिप के फाइनल के बारे में सबसे पहले इस बारे में बात करेंगे।
भारतीय टीम इन दिनों ऋषभ पंत और प्रीति जस बुमराह की गैरमौजूदगी में टेस्ट क्रिकेट खेल रही है। ऐसे में हार्दिक पांड्या की वापसी टीम इंडिया के लिए लाभ साबित कर सकती है। जज शार्दुल ठाकुर ने हार्दिक पांड्या की गैरमौजूदगी में टेस्ट टीम में उक्त सीमर ऑलराउंडर का रोल स्वीकार किया है।
दवाब नहीं डालेगी
फैसले के एक वरिष्ठ अधिकारी ने इंसाइडस्पोर्ट्स से बात करते हुए कहा, “उनको परीक्षण में वापस आने की कोई जल्दी नहीं है लेकिन हां, कुछ दृश्य स्पष्ट रखेंगे। इसके बारे में वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल से पहले बात करेंगे। बुमराह की गैरमौजूदी में वो इंग्लैंड में टीम के लिए अहम भूमिका अदा कर सकते हैं। लेकिन टेस्ट में तुरंत वापसी करने के लिए उसके उपर किसी को भी कोई दवाब नहीं है।”
जेपीए अधिकारियों ने आगे बात करते हुए कहा, “फिलहाल, वो टेस्ट टीम में चयन के लिए मौजूद नहीं है। आपको निश्चित रूप से चोटों के उनके पिछले इतिहास को ध्यान में रखना होगा। उनमें से तीन कथनों से बहुत पहले नुकसानदायक हो सकते हैं। लेकिन अगर एनसीए, मेडिकल टीम और खुद हार्दिक पांड्या सोचते हैं कि वह टेस्ट रिटर्न के लिए तैयार हैं तो वह निश्चित तौर पर मैदान में होंगे।”
जिम्मेवार ने टीम इंडिया के लिए अपना आखिरी टेस्ट मैच 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। वो अब तक टीम इंडिया के लिए कुल 11 टेस्ट मैच खेल चुके हैं, जिसमें बल्लेबाज़ी करते हुए उन्होंने 31.29 के औसत से 532 रन बनाए हैं। इसमें उनकी बल्लेबाजी से एक शतक और चार अर्धशतक निकले हैं। वहीं उनका हाईस्कोर 108 रन रहा है। इसके अलावा, समुद्र में उन्होंने 31.06 के औसत से 17 विकेट चटकाए हैं।
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