अदानी समूह: अडानी समूह ने अपने प्राधिकरण के और ज़्यादा शेयर के लिए दिए गए कर्ज की शर्तों के तौर पर गिरवी के रूप में रख रहे हैं। चिपचिपा ट्रस्टी ने स्टॉक परिवर्तन को ये जानकारी दी है। जोखिमकैप ने शेयर बाजार को बताया कि अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के 0.99 प्रतिशत शेयर अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के ऋणदाताओं के लाभ के लिए गिरवी धारण किए गए हैं। अडानी लिमिटेड के भी 0.76 प्रतिशत शेयर सुरक्षित में गिरवी रख रहे हैं।
इंडियन स्टेट बैंक (एसबीआई) की यूनिट स्वीप ने हालांकि ये नहीं बताया कि अडानी इंटरप्राइजेज ने कितना कर्ज लिया है, जिसके लिए स्टॉक को गिरवी के तौर पर रखना पड़ा है। गिरवी के तौर पर शेयरकैप के पास अब अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के दो प्रतिशत शेयर हो गए हैं तो अडानी फोटोग्राफी कुल 1.32 प्रतिशत गिरवी के तौर पर रखा गया है।
इससे पहले 7 मार्च 2023 को अडानी समूह ने कहा था कि उसने 7,374 करोड़ रुपये के ऋणों को विदेषित ऋणों को लेकर फर्जीवाड़े को दूर करने के लिए चुकाया है। कर्ज चुकाने के बाद 31 मिलियन या 4 प्रतिशत अडानी एंटरप्राइजेज के गिरवी शेयर, अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक्स जोन के 155 मिलियन या 11.5 प्रतिशत, अडानी ग्रेजुएशन के 36 मिलियन या 4.5 प्रतिशत और अडानी ग्रीन एनर्जी के 1.2 प्रतिशत गिरवी शेयर्स को सचेत किया गया है। कंपनी ने कहा था कि इस प्रीपेमेंट के बाद कंपनी ने अब 2.016 अरब डॉलर का कर्ज चुकाया है, जिसका एवरेज शेयर गिरवी में रखा गया था।
अडानी ग्रुप ने ये नहीं बताया कि कर्ज चुकाने के लिए पैसा कहा से आया लेकिन हाल ही में प्रमोटर्स ने जीक्यूजी पार्टनर्स को चार प्राधिकरण के शेयर बेचकर 15446 करोड़ रुपये जुटाये हैं। पिछले चार सालों में अडानी समूह का उधारी पर बकाया है। 2024 में ग्रुप को 2 बिलियन विदेशी बॉन्ड के लिए भुगतान करना है। पिछले महीने काम के साथ साझा किए गए जानकारी के अनुसार अडानी समूह पर छुपा कर्ज 2019 के 1.11 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 2.21 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
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