ED-CBI के दुरूपयोग पर विपक्ष के नेता का पत्र: बीजेपी ने गुरुवार (9 मार्च) को चेक लिस्ट लिस्ट और ईडी के आरोपों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखने वाले 9 विपक्षी नेताओं पर निशाना साधा। बीजेपी ने कहा कि वे रिश्वत में शामिल हैं और खुद को बचाने के लिए इन अटैचमेंट पर आरोप लगा रहे हैं।
हाल ही में पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, भारत राष्ट्र समिति के अध्यक्ष और नामांकित के पेज के। चंद्रशेखर राव सहित नौ विरोधी नेताओं ने रविवार (5 मार्च) को प्रधानमंत्री मोदी को एक संयुक्त पत्र लिखकर सभी सदस्यों के खिलाफ केंद्रीय फर्जीवाड़े का आरोप लगाया था।
इन नेताओं के हस्ताक्षर
पत्र पर हस्ताक्षर करने वालों में पंजाब के नंबर भगवंत मानराष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के शरद पवार, जम्मू कश्मीर नेशनल कांफ्रेंस के फारूक अब्दुल्ला, बीजेपी के नेता ठाकरे और समाजवादी पार्टी के सभी यादव यादव शामिल हैं।
लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं
विरोधी पार्टी के इस पत्र में लिखा था, “विपक्ष के सदस्यों के खिलाफ केंद्रीय दावों का घोर रवैया यह आरोप है कि हम लोकतंत्र से निरंकुशता में बदल गए हैं… करने के लिए निंदनीय है, क्योंकि यह हमारे लोकतंत्र के लिए अच्छा नहीं है।”
प्रतिस्पर्धा करने के लिए, बीजेपी के स्पॉट्स
बीजेपी के राष्ट्रीय मीडिया प्रभार में शामिल होने का दावा करने वाले अखिल बलूनी ने बताया कि भाजपा ने गुरुवार को अपने स्थानीय नेताओं को गुजरात, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, पंजाब, बिहार, केरल, जम्मू और कश्मीर, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश में काम पर रखा है। किया।
ये नेता खुद भ्रष्टाचार में लगे हैं
बलूनी ने कहा कि प्रधानमंत्री को पत्र लिखने वाले ये नेता खुद भ्रष्टाचार में लगे हुए हैं। जांच एजेंसियां कानूनी कार्रवाई का पालन कर रही हैं। बलूनी ने कहा, वे खुद को बचाने के लिए दस्तावेजों पर झूठे आरोप लगा रहे हैं। केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी और बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने विरोधी नेताओं को घसीटते हुए दिल्ली में प्रेस कांफ्रेंस की थी।
वहीं, उत्तर प्रदेश में राज्य के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक और बिहार में निर्वाचित नेता सिन्हा ने भी प्रेस कांफ्रेंस की। इसके अलावा सुकांत मजुमदार ने पश्चिम बंगाल में, बंधन संजय ने स्पॉटिंग, के सुरेंद्रन नेरायल, अश्विनी शर्मा ने पंजाब और सनरैड रैना ने जम्मू और कश्मीर और पार्टी की राज्य इकाइयों के सभी अध्यक्षों ने अपने-अपने राज्य में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर तय किए हैं का खंडन किया।
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