सिलिकॉन वैली बैंक संकट: लगातार दूसरे दिन अमेरिकी कंपनी एसवीबी फाइनैंशियल ग्रुप जो सिलिकॉन वैली बैंक के नाम से सबसे बड़ा वाणिज्यिक बैंक चला गया है उसके स्टॉक में फिर बड़ी गिरावट की आशंका जा रही है। गुरुवार को कंपनी के शेयर में 60 प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली थी जो कंपनी के शेयर के इतिहास की सबसे बड़ी गिरावट है। कंपनी ने ऐसा खुलासा किया है कि बॉन्ड कनेक्शन में होने वाले नुकसान के कारण कंपनी 2 अरब डॉलर की प्रतिबद्धता की तैयारी में है। इसी एलन के बाद एसवीबी फाइनेंशियल ग्रुप का शेयर औंधे मुंह जा गिरा। इस गिरावट के बाद 80 अरब डॉलर का बाजार एक संकेत में चला गया। एसवीबी फाइनैंशियल ग्रुप के शेयर में गिरावट के बाद शुक्रवार को दुनिया के शेयर बाजार में भारी गिरावट के साथ बंद हुए जिसमें भारतीय बाजार भी शामिल है।
एसवीबी फाइनेंशियल ग्रुप क्या करता है
सिलिकन वैली बैंक वैली की सबसे पुरानी और बड़े समुदायों में से एक है जो स्थानीय जमाकर्ता करते हैं। ग्रुप जॉबर से टेक्नोलॉजी कंपनी का रंग फीका पड़ जाता है। साथ ही वेंचर कैपिटल और प्राइवेट इक्विटी फर्म जो टेक्नोलॉजी और बायोटेक्नोलोजी में निवेश करती है उसे कई प्रकार की हम प्रदान करती है। इसके अलावा एचएनआई को निजी बैंकिंग सेवा भी प्रदान करती है। डिपॉजिट लेने के साथ ही कर्ज भी दिया जाता है।
सिलिकॉन वैली बैंक की पैरेंट कंपनी एसवीबी फाइनेंशियल ग्रुप ने घोषणा की है कि उसने 21 अरब डॉलर के शेयर अपने सौदे से बेचे हैं। और संतुलित संतुलन को सुधार के लिए 2.5 अरब डॉलर के और शेयरों पर निर्भर होने के लिए खरीदारों की तैयारी है। धीमी गति के चलते बैंकों की जमा राशि में बड़ी निकासी देखी गई है। एसवीबी को नेट इंटरेस्ट इनकम में भारी कमी की आशंका है। ऐसा माना जा रहा है कि कई बड़े वेंचर कैपिटलिस्ट ने अपने बिजनेस को बैंक से नगदी निकालने को कहा है। जिसके बाद बाजार में बेचैनी होती है। एसवीबी के सीईओ ग्रेग बेकर बैंक के क्लाइंट्स और वेंचर कैपिटल इंवेस्टर्स के साथ कांफ्रेंस कॉल कर उन्हें गारंटी देते हैं।
एसवीबी पर आई मुश्किल क्यों है
सिल्वर कैपिटलगेट कॉर्प के बंद होने से एसवीबी की मुश्किलें मिलती हैं। जिसके बाद पूरे बैंकिंग सेक्टर के शेयरों में गिरावट देखने को मिली है। बैंकों में 7.7 प्रतिशत की गिरावट आई है। बैंक ऑफ अमेरिका, वेल्स फार्गो एंड कंपनी, जेपी मार्गन चेज के शेयर में 5 प्रतिशत की गिरावट आई है। अमेरिकी सेट्स के शेयर में गिरावट के बाद एशिया में भी सेट्स के शेयर में गिरावट देखने को मिली है।
एसवीजी के क्लाइंट्स का दृष्टिकोण अमेरिका की अग्रणी कंपनियां हैं। बैंक का फोकस सिलिकन वैली और तकनीक पर आधारित है। कंपनी अमेरिका के वेंचर कैपिटल जुड़े रहने के साथ ज्यादातर कारोबार करती है। लेकिन दिखावटी अपना पैसा बैंक से निकाल रहे हैं। हालांकि अमेरिका में एसवीबी को बेलआउट करने की मांग हो रही है। मूडीज ने एसवीबी फाइनेंशियल ग्रुप की रेटिंग घटाई है। तो कई लोग इस संकट की तुलना लेहमैन ब्रदर्स और एनरॉन कंपनियों के साथ कर रहे हैं। ये संकट तब आया जब अमेरिका में ब्याज दर मिलती है और मंदी आने की आशंका भी होने लगती है।
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