अदानी परिवार: अदानी ग्रुप फंड के लिए पहले साल शेयर की गई कंपनी अंबुजा रेटिंग की दलाली की तैयारी में है। अंबुजा साझेदारी के प्रमोटर अडानी फैमिली स्पेशल पर्पस व्हीकल्स ने लेंडर्स से ज़ोन शेयर बेचने के लिए लाइसेंस दिया है। अडानी ग्रुप अंबुजा फेसबुक्स में 4.5 प्रतिशत सेंकेडरी मार्केट में ब्लॉक डील के जरिए बेच सकता है।
अदानी ग्रुप अंबुजा रिश्तों के शेयर बेचकर 3,000 करोड़ रुपये की तैयारी में है। 4.5 दस्तावेज़ ब्लॉक डील के माध्यम से जा सकता है। अंबुजा के क्लोजिंग प्राइस के होश से ग्रुप को 3380 करोड़ रुपए शेयर बेचकर एक साथ सफलता मिल सकती है।
होल्डरइंड इंवेस्टमेंट लिमिटेड (होल्डरइंड इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड) और इंडीवर ट्रेड एंड इंवेस्टमेंट लिमिटेड (एंडेवर ट्रेड एंड इंवेस्टमेंट लिमिटेड) स्पेशल पर्पस व्हीकल के जरिए अदानी ग्रुप ने अंबुजा सीमेट्स और एसीसी को खरीदा था। होल्डरइंड के पास अंबुजा ऑफिस के पास 63.18 फीसदी शेयर हैं जबकि इंडीवर के पास 0.04 फीसदी हिस्सेदारी है। प्रमोटर के पास कुल 63.22 निशाने पर है।
मई 2022 में अडानी ग्रुप ने होल्सिम इंडिया के एसेट्स अंबुजा फोरेक्स और एसीसी के 10.5 अरब डॉलर का वैल्यूएशन हासिल किया था। समूह ने इस अधिग्रहण के लिए दूसरे समूह के शेयर गिरवी रख रखे थे और इसके माध्यम से 1.1 अरब डॉलर जुटाये थे।
इससे पहले गुरुवार को खबर आई थी कि अडानी ग्रुप ने अपने स्वामित्व के और ज्यादा शेयर के लिए दिए गए कर्ज की शर्तों के तौर पर गिरवी के रूप में रखे हैं। चिपचिपा ट्रस्टी ने स्टॉक परिवर्तन को ये जानकारी दी है। जोखिमकैप ने शेयर बाजार को बताया कि अडानी ग्रीन एनर्जी लिमिटेड के 0.99 प्रतिशत शेयर अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड के ऋणदाताओं के लाभ के लिए गिरवी धारण किए गए हैं। अडानी लिमिटेड के भी 0.76 प्रतिशत शेयर सुरक्षित में गिरवी रख रहे हैं। हालांकि इंडियन स्टेट बैंक (एसबीआई) की यूनाइटेड यूनिट कैप्चर ने हालांकि ये नहीं बताया कि अडानी इंटरप्राइजेज ने कितना कर्ज लिया है, जिसके लिए स्टॉक को गिरवी के तौर पर रखा गया है।
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