कंज्यूमर ड्यूरेबल्स प्रोड्यूसर्स स्टार्ट स्टॉक: चीन आए दिन कोरोना वायरस (Coronavirus in China) का संक्रमण बढ़ने के कई मामले सामने आ रहे हैं। इसी कंज्यूमर ड्यूरेबल इंडस्ट्री (कंज्यूमर ड्यूरेबल इंडस्ट्री) ने चीन से किसी भी तरह के व्यवधान से निपटने के लिए आपूर्ति की है, इसके लिए चार्ट मालिक का स्टॉक करना शुरू कर दिया है। आमतौर पर ये फैक्ट्रियां 1 महीने का ही स्टॉक करती थीं, लेकिन हालात को देखते हुए अब वे कम से कम 2-3 महीने का स्टॉक करना शुरू कर दिया है।
जानिए क्या है वजह
चीन में कोरोना वायरस देश में अतिसंवेदनशील उपभोक्ताओं (कंज्यूमर ड्यूरेबल) के मैन्युफैक्चरर्स को आपूर्ति श्रृंखला में आने वाली परेशानियों को लेकर काफी चिंता है। मैन्युफैक्चरर्स ने संकट से बचने के लिए स्टार्स का स्टोरेज शुरू कर दिया है। चीन में कोविड संकट गहराने से वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला एक बार फिर सही हो गई है।
भारतीय उद्योग पर असर पड़ेगा
सूत्रों के अनुसार, जनवरी के तीसरे सप्ताह 20 जनवरी से शुरू होने वाले चीनी नवप्रवेश की नीतियों के साथ फरवरी में पूरी तरह से उत्पादन शुरू नहीं हुआ तो भारतीय उद्योग (भारतीय उद्योग) को एक बार फिर आपूर्ति श्रृंखला से संबद्धता की स्थिति सामना करना पड़ सकता है।
ये व्यापर प्रभावित हुआ
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कंज्यूमर ड्यूरेबल प्रोडक्ट्स के मैन्युफैक्चरर्स में 1 महीने के लिए स्टार्स का स्टॉक रहता है लेकिन अब वे इसे कम से कम 2-3 महीने की जरूरत के हिसाब से बढ़ा रहे हैं। सप्लाई चेन में कोई भी प्रोजेक्टर काम नहीं करता है और फ्लेक्सिबल टीवी पैनल जैसे प्रोडक्ट कनेक्शन प्रभावित हो सकता है। सूत्रों के मुताबिक, पिछले कुछ सालों में एप्लायंस एजेंसी ने मोटे तौर पर बिजली की आपूर्ति के लिए चीन के कामकाज को कम कर दिया है। इसके बावजूद एयर डायरेक्ट्री जैसी कुछ कैटेगरी में चिल्ड्रन पर अटैचमेंट बहुत ज्यादा है। एयर-कंडीशनर के करीब 40 से 45 प्रतिशत घटक चीन से ही आते हैं। इसमें कंप्रेसर्स का एक बड़ा हिस्सा शामिल है।
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