अमेरिकी बैंकिंग संकट (US Bank Crisis) का असर अब भारतीय शेयर बाजार (Indian Share Market) पर साफ दिखने लगा है. मार्च के महीने के दौरान एलियन शटरिंग (विदेशी पोर्टफोलियो निवेशक) के निवेश में जो तेजी से देखी जा रही थी, अब उसका ट्विटर ट्वीट लगा है। इस वजह से अब तक मार्च महीने के दौरान एफपीआई निवेश (एफपीआई निवेश) के आंकड़ों में कमी आई है।
इस सप्ताह इतनी निकासी हुई है
एनएसडीएल (एनएसडीएल) के आंकड़ों के मुताबिक, 17 मार्च को कारोबार खत्म होने के बाद इस महीने इक्विटीज में एफडीआई का अब तक का निवेश 11,495 करोड़ रुपये है। इससे पहले 10 मार्च को समाप्त होने वाले सप्ताह के बाद मार्च महीने के दौरान एफ एंडार्मंड के निवेश का पात्र 13,450 करोड़ रुपये था। इसका मतलब यह हुआ कि इस सप्ताह यानी 13 मार्च से 17 मार्च के दौरान एफ महिंद्रा ने भारतीय बाजार से 7,953.68 करोड़ रुपये की निकासी की, जिसके कारण उनके शुद्ध निवेश में 2,045 करोड़ रुपये की कमी आई।
बैंकिंग जगत का संकट फ़ैल गया है
अमेरिका में सबसे पहले अधिकृत सिलिकॉन वैली बैंक को बंद कर दिया गया। उसके बाद उसका सिग्नेचर बैंक भी डूब गया। बैंकिंग जगत का संकट पर नहीं थमा। एक और अमेरिकी बैंक फर्स्ट रिपब्लिक बैंक भी डूबने के कगार पर है, जिसे बचाने के भरसक प्रयास किए जा रहे हैं। दूसरी ओर यूरोप के सबसे पुराने साधुओं में से एक सुईस का भी पता लग रहा है।
महीने की शुरुआत में यह बड़ी डील
बैंकिंग और वित्तीय जगत के मौजूदा संकट के कारण पिछले सप्ताह भारतीय बाजार में बिकवाली देखी गई। सप्ताह के दौरान बीएसई सेंसेक्स और एनी जिम्मेदारी दोनों इंडेक्स करीब 2-2 प्रतिशत गिर गए। इंडियन शेयरर्स में हुई इस बिकवाली में एफ का बड़ा योगदान रहा है। इससे पहले तक एफआईएन इस महीने भारतीय बाजार में ठीक-ठाक पैसे लगा रहे थे। मार्च महीने की शुरुआत में ही अडानी ग्रुप की चार संस्था को ब्लॉक डील के माध्यम से 15,446 करोड़ रुपये का एफ-निर्देश निवेश निवेश मिला था।
बाजार पर इन कारकों का प्रभाव
भारतीय शेयर बाजारों ने इस सप्ताह की शुरुआत गिरावट के साथ की थी। पिछले सप्ताह के अंतिम बेरोजगार दिवस सिलिकॉन वैली बैंक के डूबने के कारण ऐसा हुआ था। इसके बाद सिग्नेचर बैंक के डूबने से कमाई और डर गए। हालांकि बाद में क्रेडिट सुईस और फर्स्ट रिपब्लिक बैंक को बचाने के लिए हर जगह आने से बाजार को कुछ राहत मिली। जाली की उम्मीद से बेहतर प्रविष्टियों ने भी धारणा को सुधारने का काम किया।
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