झारखंड समाचार: रामनवमी (रामनवमी) का त्योहार हिंदू धर्म के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि इस दिन हिंदू ढोल नगाड़े और अपने पारंपरिक दावों के साथ जुलूस में शामिल होते हैं और हर जाति के लोग इस जुलूस का सम्मानपूर्वक स्वागत भी करते हैं। बात करें झारखंड का झारखंड के हजारीबाग में इस जाम की भव्यता अपने चरम पर होती है।
ऐसे में झारखंड सरकार द्वारा डीजे पर रोक लगाने पर झारखंड की राजनीति गरमाती दिख रही है। ऐसा हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि झारखंड विधानसभा बजट के दौरान बीजेपी ने इस मुद्दे को जोरदार तूल दिया. बीजेपी विधायक मनीष जायसवाल ने इसे सरकार की सोची समझी साजिश बताया।
‘जो राम का नहीं वह किसी काम का नहीं’
हजारीबाग विधायक मनीष जैसवाल ने सीधे तौर पर सरकार पर हमला करते हुए कहा कि जहां हिंदुत्व की बात होगी वहां ये सरकार दमन का काम करेगी मगर बीजेपी ऐसे मुद्दों पर सरकार पर लगातार कायम रहेगी। उन्होंने कहा कि जो राम का नहीं वह किसी काम का नहीं। विधायक मनीष सिसोदिया ने पापरागी से बात करते हुए कहा कि राम नवमी का पर्व हजारीबाग में ऐतिहासिक रहा है. उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि हजारीबाग अफगानिस्तान का क्या हिस्सा है, जिससे वहां डीजे जमने पर रोक लग रही है।
‘एक्सीडेंट होने पर क्या सड़क पर चलने से रोका जाता है’
उन्होंने कहा कि ऐसे में सरकार को रामनवमी के अखाड़ों से बातचीत करनी चाहिए और निष्कर्षों पर चौकियां लगानी चाहिए। उनका मानना है कि डीजे की आवाज काफी तेज हो जाती है, जिससे जो मरीज क्षतिग्रस्त हो सकते हैं, सरकार को चाहिए कि डीजे के साउंड बॉक्स की संख्या पर कमी करें, साथ ही साउंड की आवाज को भी कम रखने के निर्देश पास करें। मगर के साथ ही उन्होंने कहा कि मरने वाले लोग मारे जाते हैं तो क्या चलना रोका जाता है।
‘हम कोर्ट के आदेश का पालन कर रहे हैं’
वहीं, जामताड़ा के विधायक अरशद अंसारी ने हजारीबाग के विधायक मनीष जायसवाल के सवालों का जवाब देते हुए हजारीबाग विधायक के झारखंडी होने पर ही सवाल करते हुए कहा कि बीजेपी इन मुद्दों पर घड़ियाली आंसू बंद कर देंगे। हमारी इन सभी बातों पर गंभीर है। उन्होंने कहा कि ऐसा कोई रामनवमी का पर्व नहीं हुआ जिसमें भाजपा दंगे न करवाए हों। जब रघुवर दास की सरकार थी तब इन सिमित मनीष जैसवाल ने रूट बदल दिया और दंगे का खुलासा किया।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार शांतिपूर्वक ये चाहती है कि इन भाजपाइयों को खुजली हो रही है। अगर बात करें डीजे की तो सुप्रीम कोर्ट भी इस पर रोक लगा रहा है। सभी कोर्ट के आदेश का पालन करना होगा। उन्होंने साफ कहा कि अगर किसी के घर में बुजुर्ग व्यक्ति या मरीज हो और वहां से तेज आवाज में डीजे गुजरेगा तो उन्हें क्या समस्या नहीं होगी। साथ ही उन्होंने कहा कि शाम 6 बजे तक डीजे बजाना है। किसी को नहीं रोकता है. मगर अभी से बीजेपी के लोग हजारीबाग के युवाओं को भड़काने का काम कर रहे हैं जो गलत है।
यह भी पढ़ें:
झारखंड: हेमंत सोरेन सरकार पर बीजेपी का झटका, विधायक बोले- ‘दिल्ली के प्रयोग में भी शराब घोटाला’