आईटी फर्म विप्रो छंटनी: भारत सहित वैश्विक स्तर पर आईटी सेक्टर सिकुड़न जारी है। आए दिन कोई न कोई कंपनी लोगों को नौकरी से निकाल रही है। पिछले साल से बहुत से इस साल के कर्मचारियों को इस अवधि के दौरान आवंटन किया गया है। अब एक और बड़ी दिग्गज कंपनी विप्रो इस लिस्ट में दोबारा शामिल होने जा रही है।
विप्रो ने करीब 120 कर्मचारियों को बर्खास्त कर दिया है। इस खिंचाव का असर भारत में नहीं है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अमेरिका के 120 कर्मचारियों की नौकरी चली गई है। नौकरी से निकालने का फैसला कंपनी ने व्यवसायिक बेशक लेखकों को पूरा करने के लिए लिया है।
किन कर्मचारियों की नौकरी चली गई
दिग्गज दिग्गज कंपनी ने अपने एक बयान में कहा है कि नौकरी करने वालों में 100 से ज्यादा अतिसंवेदनशील एजेंट हैं। एक टीम लीडर और टीम मैनेजर को भी हटा दिया गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि ये खींचाव केवल एक खास क्षेत्र में दिया गया है, जिसका असर बाकी अमेरिकी कर्मचारियों पर नहीं पड़ेगा।
कब निकालेंगे ये कर्मचारी
रिपोर्ट में बताया गया है कि कंपनी के बाकी कर्मचारियों को खींचने के बारे में कोई सोच नहीं रही है। मई के दौरान इन कर्मचारियों को खींचना शुरू किया जाएगा। अभी इन्हें नोटिस सर्व करना होगा। इस दौरान कंपनी सैलरी और अन्य चीजों का भुगतान करती है।
पहले वेतन पर नौकरी करने का ऑफर
कंपनी ने हाल ही में फ्रेशर की सैलरी में कटौती पहले कर दी थी और इससे पहले सैलरी पर ही नौकरी करने के लिए कहा था। बैंगलोर स्थित मुख्यालय के लिए जिन कर्मचारियों को 6.5 लाख रुपये ब्लूप्रिंट सैलरी का ऑफर दिया गया था। बाद में इन्हें 3.5 लाख रुपये का ब्लूप्रिंट सैलरी पर कंपनी ज्वाइन करने का ऑफर दिया था।
ये भी पढ़ें
New Vs Old House: खरीद रहे हैं पुराना घर तो पहले जान लें कब तक टिकेगा कंस्ट्रक्शन, ऐसे पता करें